बुजुर्ग ने लगाया दरोगा पर पीटने का आरोप

लखनऊ। मुंशी पुलिया चौराहे पर शुक्रवार को कार का चालान काटने पर पुलिस और युवक की कहासुनी हो गई। इसी दौरान युवक के बुजुर्ग पिता पहुंच गए। आरोप है कि चौकी प्रभारी ने उनके साथ बदसलूकी की। इसके बाद पुलिस की गाड़ी से थाने भेजा। करीब चार घंटे तक थाने में हवालात में रखा और फिर देर रात छोड़ा गया। पीड़ित ने आरोप लगाया कि उनको थाने में पीटा गया जिसकी अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है। वहीं प्रभारी निरीक्षक गाजीपुर ने मामले को निराधार बताया है।

मुंशी पुलिया पार्वती पैलेस निवासी नीलांबुज बाजपेई किसी काम से शुक्रवार को अपनी कार से जा रहे थे। मुंशी पुलिया पेट्रोल पंप की सर्विस लेन से वह निकल रहे थे। वहां जाम लगा था जिसके कारण उन्होंने अपनी गाड़ी चौराहे से पहले ही दूसरी तरफ मोड़ने की कोशिश की। इसी दौरान वहां मौजूद चौकी प्रभारी ने गाड़ी की फोटो खींचकर चालान काट दिया। आरोप है कि विरोध करने पर चौकी प्रभारी शिवमंगल सिंह ने नीलांबुज से बदसलूकी करनी शुरू कर दी। सूचना पर उनके बुजुर्ग पिता संजय बाजपेई भी पहुंच गए। उन्होंने दरोगा से आपत्ति की। यह बात चौकी प्रभारी को नागवार गुजरी। आरोप है कि दरोगा ने बुजुर्ग संजय से भी बदसलूकी की। मामला ज्यादा बिगड़ने लगा तो उनको पुलिस की गाड़ी से थाने पहुंचाया। वहां देर रात पहुंचे चौकी प्रभारी ने संजय को हवालात में पीटा। काफी मानमनौव्वल के बाद चार घंटे हवालात में रखने के बाद छोड़ा। पीड़ित संजय ने कहा कि इस मामले की शिकायत उच्चाधिकारी से करेंगे।

प्रभारी निरीक्षक बोले, मर जा मेरा क्या जाएगा

संजय का आरोप है कि, थाने में चौकी प्रभारी जब उनको पीट रहे थे तो उन्होंने कहा कि वह हृदय रोग के मरीज हैं। पिटाई से उनकी मौत भी हो सकती है। इस पर चौकी प्रभारी ने कहा कि मर जा, मेरा क्या जाएगा। इसके बाद हवालात में डाल दिया। इस मामले में प्रभारी निरीक्षक रामेश्वर कुमार ने बताया कि कार गलत दिशा में जा रही थी। इस वजह से उसका दो हजार रुपये का चालान काटा गया। प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि जो भी आरोप पिता-पुत्र लगा रहे हैं, वह निराधार हैं।

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