रायबरेली। डलमऊ ( संवाददाता) इंतजार सिंह की खास रिपोर्ट। यह मामला ग्राम सभा सुट्ठा हरदो में चलती लाइन से गिरा बिजली का तार बाल-बाल बची 3 बच्चों की जान नैंसी 12 वर्ष सक्षम 7 वर्ष लवी 3 वर्ष की थी । तीनों बच्चे वही पर खेल रहे थे तभी अचानक तार टूट कर गिर गया और तार में लाइट आ गई जिससे बच्चों को झटके लगे और वहां पर मौजूद रामसागर ने बड़ी सूझ-बूझ के साथ डंडे मार कर बच्चों को वहां से हटा लिया और पावर हाउस फोन करके लाइन को बंद करा दिया और उसके बाद लाइनमैन प्रेमू ने जाकर लाइन को दुरुस्त किया और रामसागर के सूझ-बूझ के साथ एक बड़ी घटना होने से बची।
जेई राजीव यादव का कहना है-
कि हमने जर्जर लाइनों की मरम्मत के लिए तार खंभे जो भी सामग्री लगता है हमने लिखकर अपने उच्च अधिकारियों को दे दिया है लेकिन हमें सामान नहीं मिल पाने के कारण हम मरम्मत का कार्य नहीं करा सकते । दिनांक 15-05-18 को 448 नंबर पर कंप्लेंट दर्ज कराई थी कि हमारे यहां का खंभा पूरी तरह से टेढ़ा हो गया है जिससे वह कभी भी गिर सकता है और वहां क्षतिग्रस्त हो सकती है और जान माल का खतरा भी हो सकता है बिजली का पोल पूरी तरह से नीचे से जगह जगह से दरार दे दिया है जिससे जान माल का खतरा चौबीसों घंटे बना रहता है कमप्लेन तो दर्ज हुआ था लेकिन अभी तक ना कोई देखने गया और ना ही सही हुआ शिकायत सिर्फ रजिस्टर पर ही मेनटेन कर दिया जाता है ना कोई जांच की जाती है ना ही उस शिकायत का निस्तारण किया जाता है हमें लगता है कि रजिस्टर सिर्फ देखने के लिए बनाए गए हैं क्योंकि उस पर लिखी कमप्लेन का निस्तारण नहीं किया जाता और ना ही जेई साहब फोन उठाते हैं* एक पोल छत के सहारे टिका हुआ है और दूसरा पोल रोड पर पूरी तरह से झुक गया है जिससे कि कभी भी खतरा हो सकता है बिजली विभाग लाइनमैन संविदा कर्मी देखने के लिए आए लेकिन अभी तक दुबारा वापस लौट कर कोई भी नहीं आया और ना कोई कार्यवाही की गई जेई राजीव यादव को फोन करके अवगत कराया गया lतो वहां पर संविदा कर्मी को भेजा लेकिन अभी तक ना कोई खंभा सही हुआ ना उन पर कोई कार्यवाही की गई। जेई राजीव यादव का अगर यही रवैया रही तो कई लोगों की जान भी जा सकती हैl साथ में आपको हम बताते चलें कि जेई राजीव यादव सिर्फ गौरा के ही मामले को लेकर एक्टिव रहते हैं बाकी की ग्राम सभाओं का कोई भी मामला हो जाए वह जेई साहब के संज्ञान में रहता ही नहीं है।