जिम जाने वाली लड़की क्यों मरी, सेक्शुअल संबंधों में सिरदर्द से भी मौत

 

बेंगलुरू में एक 44 साल की महिला जिम में एक्सरसाइज करते अचानक मर गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसकी दिमाग की नस फट गई थी। पहले भी कुछ मामलों में जिम जाने वाली महिलाओं के साथ ऐसा हुआ है, आखिर एक्सरसाइज करने का यह कैसा दंड है, क्या यह कोई बीमारी है?

 

सेक्शुअल इंटरकोर्स के दौरान भी हो सकती है यह बीमारी
दिल्ली में द्वारका स्थित मणिपाल हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉ. (लेफ्टि. जनरल) सीएस नारायणन के अनुसार, जिन लोगों को कभी पहले तेज सिरदर्द नहीं हुआ हो अगर उनमें अचानक तेज सिरदर्द शुरू हो जाए। ऐसा महसूस हो कि दर्द से दिमाग फट जाएगा। इसे एक्सप्लोसिव हेडेक यानी बम फटने जैसा सिरदर्द कहा गया है। इस तरह का सिरदर्द ही एन्यूरिज्म का सबसे अहम लक्षण है। ऐसा महसूस होते ही मेडिकल ट्रीटमेंट लेना चाहिए।

डॉ नारायणा के अनुसार सेक्शुअल इंटरकोर्स की वजह से भी इस तरह के सिचुएशन बनते हैं यही वजह है कि इसे ‘कोएटल हेडेक’ का नाम भी दिया गया है। अन्य वजहों में जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करना भी शामिल है। ऐसे करीब 50 प्रतिशत मामलों में हॉस्पिटल पहुंचने से पहले मृत्यु भी हो जाती है। एन्युरिज्म युवाओं में होने वाली मौत की एक बड़ी वजह है।

 

क्या वाकई जिम जाने वालों पर होती है इस बीमारी की बुरी नजर
साल 2011 में हुई एक स्टडी में पाया गया कि ब्रेन एन्यूरिज्म होने के कारणों में कॉफी पीने और अधिक मेहनत वाले एक्सरसाइज करने वालों में इसके होने के चांसेज सबसे अधिक होते हैं। इसके अलावा जोर से नाक छिनकने, शारीरिक संबंध बनाते समय, गुस्सा, शौच करते समय, चौंकाने या कोला पीने के दौरान भी खतरे की घंटी बजती रहती है।
दरअसल इन सभी वजहों से अचानक लेकिन कम समय के लिए ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इस वजह से दिमाग की नलियों में बने दाने फूट जाते हैं और ब्रेन में खून का थक्का बन जाता है।

 

पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा शिकार
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की स्टडी में पाया गया कि 100 में से 2 लोगों को ही दिमागी एन्यूरिज्म की प्रॉब्लम होती है। इसमें कुछ में यह फूटते हैं। स्टडी में पाया गया कि महिलाओं में ऐसा होने की आशंका अधिक होती है। फिजिकल एक्सरसाइज के मामले में इसका रिस्क बढ़ जाता है, इस बात की भी पुष्टि हुई।

 

पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा शिकार
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की स्टडी में पाया गया कि 100 में से 2 लोगों को ही दिमागी एन्यूरिज्म की प्रॉब्लम होती है। इसमें कुछ में यह फूटते हैं। स्टडी में पाया गया कि महिलाओं में ऐसा होने की आशंका अधिक होती है। फिजिकल एक्सरसाइज के मामले में इसका रिस्क बढ़ जाता है, इस बात की भी पुष्टि हुई।

 

महिलाओं में भी बढ़ रहा जिमिंग का क्रेज
फिटनेस को लेकर पुरुषों में ही नहीं महिलाओं भी क्रेज बढ़ा है। शायद यही वजह है कि स्पोर्ट्स वेयर के मार्केट में भी आग लग गई है। अलाइड मार्केट रिसर्च में प्रकाशित एक रिपोर्ट पर गौर फरमाएं, तो साल 2018 की तुलना में साल 2026 में स्पोर्ट्स गारमेंट के मार्केट में करीब 6 लाख करोड़ रुपए की बढ़त होगी।

 

डॉ. नारायणा के अनुसार, चालीस-पचास साल की उम्र में पहुंचने के बाद जिंदगी का सबसे तेज सिरदर्द महसूस होते ही तुरंत डॉक्टर से मिले। हाइपरटेंशन को भी इसके होने की एक वजह माना गया है इसलिए बीपी का जांच कराते रहना जरूरी है।
कुछ मामलों में व्यक्ति के ठीक होने के बाद भी कोई अंग हमेशा के लिए इसके प्रभाव में आ जाता है। वह पहले की तरह काम नहीं कर पाता लेकिन इस बीमारी में जिंदगी का बच जाना एक बड़ी उपलब्धि है।

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