किशनपुर कांड में निर्दोषों को फंसाने का पुलिस पर मढ़ा आरोप – खटिक समाज के लोगों ने राज्यपाल व सीएम को भेजा ज्ञापन
फतेहपुर। होली के पर्व पर रंग डालने को लेकर किशनपुर कस्बे में दो पक्षों के बीच हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को खटिक समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर राज्यपाल व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रषासनिक अधिकारी को सौंपकर समाज के लोगों को फर्जी मुकदमें में फंसाए जाने का पुलिस पर आरोप मढ़ते हुए मामले की जांच कराए जाने की मांग की है।
अखिल भारतीय खटिक महासभा के जिलाध्यक्ष चंद्रभान उर्फ भानू सोनकर की अगुवाई में पदाधिकारी व कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट आए और राज्यपाल व मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में बताया गया कि 18 मार्च को होली पर्व के त्योहार पर रंग डालने पर झगड़ा फसाद हुआ। दूसरे गांव के लोग उस समय चले गए और पुनः लामबंद होकर लगभग एक सैकड़ा लोग आए और जाति विषेष सोनकर (खटिक) मुहल्ले में चुन-चुनकर मारपीट करने लगे। जिसकी सूचना फोन के जरिए एसओ, सीओ, एसपी व डीएम को दी गई। मांग किया कि प्रषासन द्वारा जाति विषेष सोनकर के घायल व निर्दोष व्यक्तियों को पकड़कर बंद किया गया है जिसकी जांच कराई जाए। समाज के व्यक्तियों ने एफआईआर के लिए प्रार्थना पत्र दिया जिन्हें मेडिकल परीक्षण में लाने का कहकर जेल में निरूद्ध कर दिया गया इसकी भी जांच कराई जाए। कस्बे के चेयरमैन सुरेंद्र सोनकर घटना के समय घटनास्थल से लगभग बीस किलोमीटर दूर थे। सूचना पर गावं आए। पुलिस ने जबरन पकड़ कर पुलिस वाहन में बैठा लिया और अमर्यादित व्यवहार किया। इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। गांव के सोनकर बिरादरी के निर्दोष लोगों को अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत फर्जी मुकदमें में फंसाया गया इसकी जांच कराई जाए। चेयरमैन व उनके परिवार के ऊपर पुलिस ने बलवा आदि की एफआईआर दर्ज की है जबकि सबूत के तौर पर वीडियो फोटोग्राफी में देखा जा सकता है कि जन प्रतिनिधि द्वारा किसी तरह का कोई बलवा नहीं किया गया है। गांव में अज्ञात व्यक्तियों के नाम एफआईआर दर्ज की गई है। जिसके चलते जाति विषेष के व्यक्तियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। पुलिस प्रताड़ना से समाज के लोग कस्बे से पलायन कर रहे हैं। कस्बे में समाज के व्यक्तियों के ऊपर 6 किता अलग-अलग व्यक्तियों ने एफआईआर कराई है जो पूरी तरह से फर्जी व गलत है। विवेचक द्वारा मनमानी किए जाने की आषंका प्रतीत होती है इसकी जांच कराई जाए। इस मौके पर खटिक समाज के तमाम लोग मौजूद रहे।