न्यूज़वाणी
*मुन्ना बक्श के साथ संवाददाता- ओमप्रकाश की रिपोर्ट*
अतर्रा डिग्री कॉलेज में परीक्षा के दरम्यान छात्रा हुई बेहोश- राजकीय आयुर्वेदिक कालेज के जिम्मेदार अधिकारियों के भी लापरवाही हुई उजागर
अतर्रा-बाँदा। इस समय महाविद्यालयों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की छात्रों की वार्षिक परीक्षा चल रही है वहीं दूसरी तरफ गर्मी भी अपनी चरम सीमा पर पूरे सवाब के साथ आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त करने में लगी हुई है बुंदेलखंड विश्व विद्यालय की परीक्षा इस समय 3 सिफ्ट में हो रही है सुबह 7 से 10,11 से 2 ,और 3 से 6,बजे तक कई जगहों के परीक्षा सेंटर अतर्रा महाविद्यालय आया हुआ है आज सुबह अतर्रा महाविद्यालय अतर्रा में बीएससी की एक छात्रा ज्योति(17) निवासी बांदा परीक्षा देते वक्त अचानक बेहोश हो कर गिर पड़ी जिससे कालेज में अफरा तफरी मच गई और कालेज स्टाप ने तत्काल बच्ची को इलेक्ट्रान का घोल पिलाया लेकिन बच्चों को कुछ आराम ना होता देख तुरंत नजदीकी राजकीय आयुर्वेदिक कालेज ले गए जहां पर वहा के प्राचार्य और जेएमओ की अनुपस्थिति देखने को मिली | छात्रा को जब वहा ले जाया गया तो उसे वार्ड में लिटा दिया गया , मगर वाहा दोनो जिम्मेदार अधिकारी नदारद थे तभी एक कर्मचारी आया और बीपी नापने लगा और बोला नार्मल है ,और अभी होश आ जायेगा इस दरम्यान राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में पढ़ने वाले एक छात्र ने बीपी चेक की और उन्हें कुछ संदेह हुआ उन्होंने तुरंत अपने जेएमओ और प्राचार्य को अवगत कराया जिसमे प्राचार्य तो नही आए मगर जेएमओ मौके में पहुंचे और बीपी चेक की फिर उन्होंने दूसरी मसीन मांगा बीपी चेक की और बोले वो मशीन खराब है और इनका बीपी सही है मगर इस बच्ची की पल्स नही मिल रही है और हमे शासन से इंजेक्शन लगाना मना है हम केवल दवा दे सकते आप इन्हे सरकारी अस्पताल ले जाइए मरीज सीरियस है| इसके बाद छात्रा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतर्रा ले जाया गया जहां पर तत्काल इलाज हुआ और छात्रा ज्योति को होश आ गया| अतर्रा महाविद्यालय के प्राचार्य आरके दुबे जी ने बताया की बच्ची रात भर पढ़ाई की और कुछ खाया भी नही थी इस लिए कमजोरी के चलते यह घटना हुई है उसका इलाज कराया जा रहा है बच्ची की तबियत सही होने पर परीक्षा कराई जाएगी |
सवाल यह भी उठता है कि राजकीय आयुर्वेदिक कालेज में कुछ समय पहले तक प्राथमिक उपचार की सभी व्यवस्था रहती थी लेकिन अब सब बंद हो गई या तो शासन से पैसा आना बंद हो गया या तो कुछ और बात है आखिरकार यह जांच का विषय है|