जिले के जामनेर इलाके में जनवरी महीने में हुई हत्या का खुलासा पुलिस नेकर दिया है। पुलिस ने दो लोगों पर हत्या आया मामला दर्ज किया है। पिता-पुत्र ने मिलकर मामा को जहर देकर मार दिया था। बहू के बयानों के आधार पर पुलिस ने दोनों को आरोपी बनाया है। दोनों शादी में ले जाने का कहकर अपने मामा को ले गए और जहर देकर मार डाला। पढ़िए जरासंध की मौत की कहानी, बहू की जुबानी।
दिनांक 18 जनवरी 2022। फतेहगढ़ इलाके का सिलावटी गांव। यहां रहने वाली उमा शर्मा अपने घर पर थी। सुबह के लगभग 10 बज रहे होंगे। उसके पति रवि शर्मा और सास इंद्राबाई गुना में थे। उसके ससुर घर पर ही थे। तभी उनके रिश्तेदार सूरज शर्मा और रामस्वरूप शर्मा उनके घर आये। कहने लगे कि वह जरासंध का निमंत्रण करने आये हैं। थोड़ी देर बाद फिर आये और कहने लगे कि चलो साथ मे खाना खाएंगे और वहीं खेत की भी बात कर लेंगे। यह कहकर दोनों मोटर साइकिल पर जरासंध शर्मा को बैठाकर ले गये।
थोड़ी देर बाद उमा अपने बाड़े पर पानी भरने के लिए गयी, तो उसे रामस्वरूप के घर की तरफ से चिल्लाने की आवाज आई। आवाज सुनकर वह रामस्वरूप शर्मा के घर पहुँची तो उसने देखा कि रामस्वरूप के घर के बाहर सूरज शर्मा और रामस्वरूप शर्मा मिलकर ससुर जरासंध से झूमा-झटकी कर रहे थे। उसे देखकर रामस्वरूप शर्मा और सूरज शर्मा दोनों भाग गये। वह घबराती हुई ससुर के पास पहुंची तो ससुर जरासंध शर्मा उससे बोले कि रामस्वरूप शर्मा और सूरज शर्मा ने उनके साथ धोखा किया है। दोनों ने उन्हे जहर पिला दिया है और उनके पेट में जलन हो रही है। ससुर के मुंह से सफेद झाग निकल रहा था।
बहू उमा ने परिवार वालों को आवाज दी। आवाज सुनकर बड़ी ताई शांतिबाई और चाची गुड्डीबाई दोनों आ गईं। रामस्वरूप का भाई किशोर भी वहां आ गया और जरासंध को गाड़ी से नाहरगढ़ राजस्थान की तरफ ले गया। वहां के डॉक्टरों ने उन्हें सूचना दी कि जरासंध की मौत हो चुकी है। इसके बाद किशोर उनके शव को गाड़ी से ही थाने ले आया।
फतेहगढ़ पुलिस को PM रिपोर्ट और बहू के बयानों के आधार पर दो लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने मृत्युकालिक कथनों को पर्याप्त माना। पुलिस ने कहा कि जरासंध के अपनी मौत से पहले ही बहू को बताया कि रामस्वरूप और सूरज ने उन्हें धोखे से जहर पिला दिया है। इसी बयान को आधार मानते हुए पुलिस ने दोनों पर हत्या की FIR दर्ज की है।