अक्सर राशन की दुकान का नाम आते ही दिमाग में तस्वीर आती है कि वहां कई सारी बोरियां रखी होंगी और एक तराजू होगा, जहां लोगों को अनाज दिया जा रहा होगा. लेकिन, अब इसमें बदलाव होने वाला है, क्योंकि अब राशन की दुकानों पर अनाज बिक्री के साथ ही कई अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी. अभी तक राशन की दुकानों पर सिर्फ अनाज या सरकारी सामग्री जैसे तेल नमक आदि मिलते थे, लेकिन अब इसको कॉमन सर्विस सेंटर बनाये जाने की कवायद शुरू कर दी गयी है।
100 दिनों में योजना को मिलेगा अमलीजामा
खाद्य एवं रसद विभाग प्रदेश की लगभग 80000 उचित दर दुकानों को कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में विकसित करेगा इसका उद्देश्य उचित दर विक्रेताओं की आमदनी बढ़ाना है। अगले 100 दिनों के दौरान इसकी कार्य योजना को मूर्त रूप देने के साथ विभाग उचित दर विक्रेताओं को इस बाबत प्रशिक्षण भी देगा। इससे जन सामान्य को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पाने की सुविधा स्थानीय स्तर पर मिल सकेगी। इस अवधि में विभाग राष्ट्रीय खाद सुरक्षा अधिनियम के तहत खाद सुरक्षा के लाभ से वंचित, निराश्रित और कचरा उठाने वाले लोगों को चिन्हित करके उन्हें राशन कार्ड भी उपलब्ध कराया जाएगा
कोटेदारों की भी बढ़ेगी कमाई
दरअसल, खाद्य मंत्रालय ने राशन दुकानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विस इंडिया लि. (सीएससी) के साथ एक करार किया है। इससे ना सिर्फ आम लोगों को फायदा होगा, बल्कि जिन लोगों के नाम राशन की दुकानें अलॉट हैं, उनके लिए कमाई के अवसर बढ़ने वाले हैं। एक बार सीएससी सर्विस शुरू होने के बाद ग्राहकों से जुड़ी अतिरिक्त सुविधाएं मसलन बिजली, पानी सहित अन्य यूटिलिटी बिलों का भुगतान जैसे सुविधाओं का फायदा इन दुकानों से उठाया जा सकेगा। यानी इसके बाद आप अपने घर का बिल राशन की दुकान से जमा कर सकेंगे. हरदोई की लगभग 40 लाख की आबादी में इस योजना से लोग लाभांवित होंगे साथ ही इस फीगर के साथ सरकारी राशन की दुकानों को लाभ होगा।