चित्रकूट, रामनवमी पर रविवार को चित्रकूट में साढ़े पांच लाख दीप जले। मंदाकिनी तट हजारों दीपों से रोशन हुआ तो ऐसा लगा कि आसमान के तारे नदी के गोद में उतर आए हैं। वहीं, कामदगिरि और परिक्रमा पथ में भी दीपांजलि आकर्षण का केंद्र रही। मध्य प्रदेश सरकार की ओर से रामनवमी को दीपोत्सव के आयोजन में उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिला प्रशासन ने भी सहयोग के रूप में रामघाट और परिक्रमा क्षेत्र में दीप जलाए। गोधूलि बेला पर मंदाकिनी में एक साथ सभी दीप जले तो मठ-मंदिरों सहित मंदाकिनी तट में मनोहारी छटा बिखर गई।
ग्रामोदय विश्वविद्यालय व दिव्यांग विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रों ने रामघाट पर खूबसूरत रंगोली सजाईं, जिन्हें देखने के लिए जनसमूह उमड़ पड़ा।मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज ने जलाए 1100 दीप मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को भगवान कामतानाथ मंदिर में पत्नी साधना चौहान के साथ पूजा-अर्चना कर 1100 दीप जलाकर दीपोत्सव की शुरुआत की। रामघाट में भजन गायक शरद शर्मा ने साथियों के साथ खूबसूरत भजन प्रस्तुत किए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम अयोध्या शोध संस्थान, संस्कृति विभाग व जिला प्रशासन के सहयोग से चित्रकूट में कामदगिरि परिक्रमा मार्ग स्थित पर्यटन विभाग के रामायण दर्शन परिसर खोही में श्री राम जन्म महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ।डा. ज्योति ने स्वामी रामभद्राचार्य जी रचित संस्कृत भाषा में सोहर प्रस्तुत किया। दृष्टिबाधित छात्र सोमेश सिंह सिंगर एवं उनके दिव्यांग कलाकार साथियों ने बुंदेली भाषा में बधाई व राम के भजनों की प्रस्तुति दी। ग्रामोदय विश्वविद्यालय के डा. विवेक फड़नीस, डा. राजा पांडेय, अमृता त्रिपाठी, नम्रता त्रिपाठी व साथियों ने भजन सुनाए। वाराणसी के रोहित के बांसुरी वादन एवं गायन, तबला संगत में सतना के रोहित ने सबको मोहित कर दिया । बांदा के रमेश पाल एवं साथियों ने राम जन्म के पावन अवसर पर भव्य दिवारी नृत्य पेश किया। कार्यक्रम संयोजक डा. गोपाल कुमार मिश्र ने सभी को श्री राम जन्म महोत्सव की बधाई दी।