बाेरिंग राेड चाैराहा स्थित जीवी मॉल के चौथे तल्ले पर दफ्तर खाेलकर सरकारी मेडिकल काॅलेजाें में दाखिला दिलाने के नाम पर बिहार-झारखंड के लोगों से करीब 20 करोड़ की ठगी करने वाले जालसाजाें के नाम-पते का पुलिस सत्यापन कर रही है। जांच में यह बात आई है कि उज्ज्वल सिंह, अर्नव सिंह और रितेश इस गिरोह के सरगना हैं। शातिरों ने साल 2021 में नीट की परीक्षा होने के बाद ही यहां कॅरियर काउंसलिंग सेंटर खोल लिया था।
जीवी मॉल के मैनेजर और कर्मियों से भी पुलिस ने पूछताछ की है। शातिरों ने जाली कागजात पर जीवी मॉल में ऑफिस किराया पर लिया था। एसके पुरी थानेदार ने कहा कि जांच चल रही है। जल्द ही मामले में गिरफ्तारी होगी। एसके पुरी थाने में दर्ज एफआईआर में डायरेक्टर उज्ज्वल सिंह, ब्रांच हेड शुभम, ब्रांच हेड अरनव सिंह, काउंसलर कुंदन कुमार, हीरालाल उर्फ प्रिंस, काउंसलर रंजन, काउंसलर रिया रंजन, तुषार वर्मा, रिंकी श्रीवास्तव आदि के नाम हैं।
इनमें से कुछ लोग पटना के हैं, जो इस सेंटर में नौकरी करते थे। ऐसे कर्मियों की सूची बनाकर पूछताछ की जाएगी। पटना के रहने वाले तीन कर्मियों की पहचान फिलहाल पुलिस ने की है जिनसे बुधवार को पूछताछ हाेगी।
हाईकोर्ट के दो वकीलाें से भी की 20-20 लाख की ठगी
नीट का रिजल्ट आने के बाद शातिरों ने वैसे छात्रों का डिटेल जुगाड़ लिया जिन्हें कम मार्क्स आए थे और उन्हें सरकारी मेडिकल काॅलेज नहीं मिल रहा था। ऐसे छात्रों को एनआरआई कोटे और डोनेशन से सरकारी मेडिकल काॅलेज में दाखिला दिला देने का झांसा दिया और उनके अभिभावकाें से लाखों की ठगी कर ली। अभिभावकों ने बताया कि जालसाजों ने हाईकोर्ट के दो वकीलाें से भी 20-20 लाख की ठगी की है।
अब तक रोहतास के श्याम बिहारी सिंह, औरंगाबाद के सुधी रंजन शिव, जक्कनपुर की संगीता, भागलपुर की कंचन कुमारी, रांची के राजेश सिन्हा, दरभंगा के विकास कुमार ने पुलिस से शिकायत की है। सभी अभिभावकों से शातिरों ने मोटी रकम की उगाही की और ऑफिस बंद कर फरार हो गए।
बिहार से दिल्ली तक नेटवर्क
पटना | कॅरियर काउंसिल सेंटर खोलकर देशभर के कई शहरों के लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का नेटवर्क लंबा है। यह गिरोह बिहार, झारखंड के साथ-साथ दिल्ली और यूपी में भी फैला है। पटना पुलिस को सूचना मिली है कि गिरोह का एक ऑफिस अब भी रांची में संचालित हो रहा है। हालांकि पुलिस अभी इस सूचना का सत्यापन कर रही है।
अभिभावों को भरोसे में लेने के लिए शातिर उनसे ऑनलाइन पैसे लेता था। इतना ही नहीं शातिर अभिभावकों से डिमांड ड्राफ्ट भी लेता था। शातिरों ने कॉलेज के नाम पर अलग-अलग अकाउंट खोल रखा था। वह शारदा मेडिकल काॅलेज, सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज और हाईटेक मेडिकल कॉलेज एंड हाॅस्पिटल के नाम पर अभिभावकों से ठगी कर रहा था। इन्हीं काॅलेजों के नाम पर शातिर उनसे चेक या ड्राफ्ट लेता था। ऐसे कई ड्राफ्ट और चेक का फोटो पुलिस को भी मिला है।
मेडिकल में दाखिला कराने के नाम पर लाखों की ठगी
दानापुर | मेडिकल में दाखिला कराने के नाम पर एजेन्ट द्वारा एक युवती के परिजन से 28 लाख रुपए की ठगी कर डाली। हालांकि पीड़ित द्वारा कानूनी रूप से कार्रवाई करने की धमकी पर 11 लाख रुपए वापस कर दिए, मगर बाकी राशि देने से अपना पल्ला झाड़ लिया। इस मामले में राजीवनगर निवासी मोकेन्द्र कुमार द्वारा रूपसपुर थाना लिखित शिकायत दर्ज कराया गया है।
पुलिस को दिए आवेदन में पीड़ित ने बताया कि रूपसपुर थाना क्षेत्र के रंजन पथ निवासी राहुल कुमार व उनके बहनोई राजेश्वर दास द्वारा मेरी भतीजी को मेडिकल कॉलेज में दाखिला कराने के नाम पर 28 लाख रुपए लिए गए थे। दाखिला नहीं हो पाया तो उन लोगों से रुपए वापस करने को कहा। काफी दबाव के बाद 11 लाख रुपए वापस मिले।
शेष राशि का भुगतान शीघ्र करने की बात कही। उसके बाद उनके द्वारा 7 लाख रुपए का चेक दिया गया, जो बैंक में रुपए नहीं रहने के कारण क्लियर नहीं हो पाया। उन्होंने बताया कि राहुल कुमार व राजेश्वर दास द्वारा अभी तक मुझे शेष राशि करीब 17 लाख रुपए वापस नहीं किया गया है। इस संबंध में थानाध्यक्ष मधुसूदन कुमार ने बताया कि मामला की छानबीन की जा रही है।