नमक व्यापारी हत्याकांड का खुलासा, बेटा निकला हत्यारा – पैसे के लेन-देन को लेकर अक्सर बाप-बेटे में होता था विवाद
फतेहपुर। तीन दिन पूर्व बिंदकी कस्बे में नमक व्यापारी हत्याकांड का गुरूवार को बिंदकी पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम ने खुलासा कर दिया। इस हत्याकांड में मृतक व्यापारी का पुत्र ही शामिल था। उसने ही अपने पिता की हत्या की सुपारी दी थी। पुलिस ने अभियुक्त बेटे समेत एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। जिसने अपने जुर्म का इकबाल करते हुए बताया कि पैसे के लेन-देन को लेकर अक्सर पिता से विवाद होता था। जिसके चलते ही उसने पिता की हत्या की सुपारी दी थी।
पुलिस लाइन के सभागार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि ग्यारह अप्रैल की शाम बिंदकी कस्बे में नमक व्यापारी संत कुमार अग्रवाल की अज्ञात हमलावरों ने लूट करके हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने चार अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। उनके निर्देशन में बिंदकी पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम खुलासे में लगी हुई थी। विवेचना के दौरान प्रकाश में आए अभियुक्त मृतक व्यापारी के पुत्र शैलेंद्र उर्फ शैलू निवासी मीरखपुर कस्बा बिंदकी व उसका साथी नीरज सिंह उर्फ लोहा सिंह निवासी पक्का तालाब नगर पालिका के पास मुगल रोड कस्बा व थाना बिंदकी को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि अभियुक्तों ने अपने जुर्म का इकबाल कर लिया है। मृतक व्यापारी के पुत्र शैलेंद्र ने पुलिसिया पूछताछ में बताया कि पिता उसे हिसाब के पैसे नही देता था। जिससे दोनों के बीच आए दिन विवाद होता था। इस कारण से नाराज होकर उसने पिता को रास्ते से हटाने का मन बना लिया और सोलह हजार रूपए में अपने साथी नीरज सिंह उर्फ लोहा को हत्या की सुपारी दे दी। ग्यारह अप्रैल को दोनों ने मिलकर संत कुमार अग्रवाल की हत्या कर दी और घटना को छिपाने के लिए लूट का रूप देने का प्रयास किया। पुलिस ने अभियुक्तों को न्यायालय भेज दिया। गिरफ्तारी करने वाली टीम में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवींद्र श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपनिरीक्षक राजेश कुमार सिंह, उपनिरीक्षक सुमित देव पांडेय, विपिन कुमार यादव, हेड कांस्टेबल शाहनवाज हुसैन, कांस्टेबल नीतेश, पंकज, आशीष यादव, इंद्रवीर, महिला कांस्टेबल अरूणा के अलावा एसओजी प्रभारी विनोद मिश्रा, कांस्टेबल पंकज सिंह, इंद्रजीत, अतुल त्रिपाठी, अमित दुबे शामिल रहे।