लू लगने से सामान्य लोगों को अधिक मुश्किल,मिर्गी, गुर्दा और लीवर के मरीजों को किया अलर्ट

 

गर्मी अब जान पर भारी पड़ रही है। मौसम विभाग ने गर्मी को देखते हुए मिर्गी, गुर्दा और लीवर के मरीजों को अलर्ट किया है। ऐसे मरीज जिन्हें पानी या तरल पदार्थों की मनाही है, ऐसे मरीजों के लिए मौसम को जानलेवा बताया जा रहा है। मौसम विभाग ने लोगों को अलर्ट करते हुए सावधान रहने को कहा है।

सामान्य हैं तो बिना प्यास के पीजिए पानी

मौसम विभाग का कहना है कि अगर आप सामान्य हैं और प्यास नहीं भी लगी है तो पानी पीते रहें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से खतरा थोड़ा कम हो जाएगा। मौसम विभाग का कहना है कि मिर्गी, गुर्दे या जिगर की बीमारी वाले लोगों के साथ ऐसे लोग जिनके लिए तरल पदार्थ प्रतिबंधित है, ऐसे लोगों को विशेष रूप से सावधान रहने की जरुरत है। ऐसे लोगों को गर्मी में प्यास बढ़ती है, लेकिन पानी की मात्रा बढ़ाने से उन्हें डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

ओरल रिहायड्रेशन सलूशन

मौसम विभाग का कहना है कि अपने आप को हाइड्रेट रखने के लिए ओ.आर. एस ( ओरल रिहायड्रेशन सलूशन) . लस्सी , तोरनी ( चावल का पानी ), नीम्बू का पानी, छाछ, नारियल पानी से घर पर बनाए गए पेय का उपयोग करें | हल्के रंग के हल्के और ढीले सूती कपड़े पहनें। यदि बहार हो तो अपने सिर ढकने के लिए कपड़े, टोपी या छतरी का उपयोग करें| मौसम विभाग के मुताबिक बुजर्गों, बच्चों, बीमार या अधिक वजन वाले लोगों को इस मौसम में काफी खतरा है। स्कूली बच्चे, महिलाएं, श्रमिक के साथ कामकाजी लोगों को मौसम विभाग ने अलर्ट किया है। प्राथमिक चिकित्सा किट और ओ.आर.एस ( ओरल रिहायड्रेशन सलूशन ) हमेशा घर में रखें। सीधी धूप से बचने के लिए पूरी तहर से सचेत रहें।

खाने-पीने पर विशेष ध्यान

नमक और जीरा के साथ प्याज का सलाद और कच्चे आम जैसे उपचार लू लगने से बचा सकते है | पंखे , गीले कपड़ों का इस्तेमाल और ठन्डे पानी से स्नान करें | सार्वजनिक परिवहन और कार में पूलिंग का उपयोग करें, यह ग्लोबल वार्मिंग और गर्मी को कम करने में मदद करेगा| सूखे पत्ते , कृषि अवशेष और कचरा न जलाएं | जल निकायों का संरक्षण एवं वर्षा जल संरक्षण पर अमल करें| उर्जा कार्यक्षम उपकरणों, स्वच्छ ईधन और उर्जा के वैकल्पिक स्रोत का उपयोग करें | आप को चक्कर या बीमार महसूस हो रहा है , तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। आप छतों पर घास के ढेर या वनस्पति भी उगा सकते है| बहार की गर्मी को प्रतिबंधित करने के लिए एल्युमीनियम पन्नी से ढके कार्डबोर्ड जैसे अस्थायी विंडो रिफ्लेक्टर का प्रयोग करें। अपने घर को ठंडा रखें , रात में गहरे रंग के परदे , टिंटेड ग्लास / शटर या सनशेड और खिड़कियों का उपयोग करें | निचली मंजिलों पर बने रहने का प्रयास करें।

लू लगने पर क्या करें

मौसम विभाग का कहना है कि लू लगने पर पीड़ित के सर पर पानी डालें व गीले कपड़े का उपयोग करें| ऐसे व्यक्ति को ओ.आर.एस और नीबू सरबत कुछ भी शरीर रिहाइड्रेट करने के लिए उपयोग करें। व्यक्ति को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में लें जाएं। यदि गर्मियों में लगातार शरीर के उच्च तापमान का अनुभव, सिरदर्द , चक्कर आना, कमज़ोरी, मिचली या भटकाव का महसूस होने पर एम्बुलेंस बुलाएं और हॉस्पिटल जाएं। दोपहर में 12 से 3 बजे के बीच धूप में जाने से बचें| नंगे पांव बहार न जाएं।

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