डीएम ने नरैनी मे संचालित विभिन्न कार्यालयों का किया औचक निरीक्षण

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डीएम ने नरैनी मे संचालित विभिन्न कार्यालयों का किया औचक निरीक्षण-

ब्यूरो मुन्ना बक्श

नरैनी-बाँदा। जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा विकास खण्ड नरैनी परिसर में संचालित विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय ब्लॉक प्रमुख नरैनी मनफुल पटेल, मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, उपायुक्त मनरेगा राघवेन्द्र तिवारी, खण्ड विकास अधिकारी नरैनी अनुभा श्रीवास्तव सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी द्वारा बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय प्रियांशी पटेल, बाल विकास परियोजना अधिकारी नरैनी व कनिष्ठ सहायक यश कुमार अनुपस्थित मिले। मौके पर उपस्थित चन्द्रशेखर चतुर्थ श्रेणी द्वारा बताया गया कि जनपद मुख्यालय कोर्ट केस की पत्रावली लेकर गये हुये है। जिलाधिकारी द्वारा बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं कनिष्ठ सहायक का स्पष्टीकरण मांगा गया। निरीक्षण के दौरान कक्ष में 278 इन्फ्रान्टोमीटर एवं 22 गर्भवती महिलाओं का वजन नापने हेतु वेट मशीन रखी हुई पाई। भण्डारण कक्ष में दलिया 50 किलो की 328 बोरी एवं 25 किलो की 165 बोरी रखी हुई पाई गई। जिसके सम्बन्ध में जानकारी करने पर मौके पर उपस्थित कर्मचारी द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। कार्यालय के अन्दर बने शौंचालय में अत्यधिक गन्दगी पाई गई। जिलाधिकारी द्वारा बाल विकास परियोजना अधिकारी को निर्देशित किया गया कि तत्काल सामग्री का 01 सप्ताह में वितरण कराये तथा कार्यालय एवं शौंचालय की 02 दिवस में साफ-सफाई सुनिश्चित करायें।
विकास खण्ड परिसर के अन्दर संचालित राजकीय पशु चिकित्सालय, नरैनी का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय डा0 अभिषेक कुमार प्रभारी उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी नरैनी एवं राजेश कुमार गुप्ता फार्मासिस्ट उपस्थित मिले। जिलाधिकारी द्वारा औषधि वितरण कक्ष का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी द्वारा औषधि स्टाक रजिस्टर एवं इशु रजिस्टर को मांगा गया, परन्तु फार्मासिस्ट द्वारा बताया गया कि स्टाक रजिस्टर बना हुआ है और इशु रजिस्टर नहीं बना है। मौके पर स्टाक रजिस्टर अद्यतन नहीं पाया गया। कक्ष में औषधियों के गत्ते अस्त-व्यस्त रखे हुये पाये गये तथा कक्ष में अत्यधिक गन्दगी पाई गई। जिलाधिकारी द्वारा गत्तों के सम्बन्ध में जानकारी करने पर मौके पर उपस्थित फार्मासिस्ट द्वारा बताया गया कि पशुओं के ईयर टैग रखे हुये। जिलाधिकारी द्वारा ईयर टैग की जानकारी की गई। मौके पर उपस्थित फार्मासिस्ट द्वारा बताया गया कि छोटे ईयर टैग 4 गत्तों में लगभग 2000 एवं बड़े पीले रंग के ईयर टैग 02 गत्तों में लगभग 1500 रखे हुये है। जिलाधिकारी द्वारा गत्तों को खुलवाकर देखा गया तो 04 गत्तों में लगभग 14000 पीले रंग के बड़े ईयर टैग रखे हुये पाये गये। जिलाधिकारी द्वारा स्टोर में कितनी दवाये उपलब्ध है, के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की कोई जानकारी डा0 अभिषेक कुमार एवं फार्मासिस्ट नहीं दे पाये। जिलाधिकारी द्वारा कक्ष में रखे हुये डी-फी्रजर को खुलवाकर देखा गया तो फ्रीजर के अन्दर अत्यधिक गन्दगी पाई गई। राजकीय पशु चिकित्सालय में भण्डारण कक्ष, औषधि भण्डारण कक्ष एवं कार्यालय में अत्यधिक गन्दगी पाये जाने, औषधि भण्डार कक्ष में दवाओं का रख-रखाव ठीक न पाये जाने एवं स्टाक रजिस्टर अद्यतन नहीं पाये जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा फार्मासिस्ट राजेश कुमार गुप्ता का अग्रिम आदेशों तक के लिये वेतन रोका गया तथा डा0 अभिषेक कुमार, प्रभारी उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, नरैनी को प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान करने के निर्देश दिये गये।
विकास खण्ड परिसर के अन्दर संचालित एन0आर0एल0एम0 कार्यालय के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाये गये बी0एम0एम0 अखिलेश कुमार, गणेश प्रसाद, राकेश प्रजापति एवं हरीशान्त का मानेदय रोका गया। साथ ही कार्यालय उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी, नरैनी में अनुपस्थित एस0एम0एस0 श्री कैलाशनाथ त्रिपाठी एवं बृज मोहन लाल वर्मा चतुर्थ श्रेणी अनुपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी द्वारा अनुपस्थित पाये गये उक्त कर्मचारियों का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोका गया।
जिलाधिकारी द्वारा सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) कार्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में साफ-सफाई संतोषजनक नहीं पाई गई। विकास खण्ड परिसर में जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर, जगंली पेड़ पौधे उगे पाये गये। सम्पूर्ण परिसर में अत्यधिक गन्दगी पाई गई। जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुये खण्ड विकास अधिकारी नरैनी को निर्देशित किया कि 01 सप्ताह के अन्दर अभियान चलाकर पूरे विकास खण्ड परिसर की साफ-सफाई सुनिश्चित कराते हुये अवगत करायें।

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