फतेहपुर। कल्यानपुर पुलिस और एसटीएफ की टीम ने संयुक्त रूप से कानपुर-प्रयागराज (एनएच-2) हाईवे पर त्रिवेदी इंजीनियरिंग कॉलेज के पास रविवार की सुबह कंटेनर ट्रक में रखा 87 किलो गांजे के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए गांजा की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 87 लाख रुपए बताई जा रही है। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर कल्यानपुर थाना क्षेत्र त्रिवेदी इंजीनियरिंग कॉलेज के समीप खड़े कंटेनर ट्रक में गांजा होने की मुखबिर से मिली सूचना पर एसटीएफ और कल्यानपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंच कर कंटेनर नं. यूपी-78डीटी/2011 की तलाशी ली। ट्रक के अंदर प्लास्टिक की तीन बोरियों में प्रति बोरी 29-29 पैकेट गांजा मिला। एसपी ने बताया कि पुलिस ट्रक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। तीन बोरियों में कुल 87 किलो गांजा बरामद किया गया। पकड़े गए लोगों ने अपना क्रमशः गया प्रसाद उर्फ पूती (39) निवासी सरांय लंगर थाना बकेवर, पप्पू (40) निवासी काजीटोला कस्बा जहानाबाद व राजू जैन उर्फ मधुर जैन (48) निवासी बाजपेई मोहल्ला कस्बा जहानाबाद बताया है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए गाजा की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 87 लाख रुपए है, जबकि स्थानीय बाजार में 15 हजार रूपए प्रति किलो है। गिरफ्तार लोगों को जेल भेज दिया गया है। बरामदगी करने वाली टीम में कल्यानपुर प्रभारी निरीक्षक शेर सिंह राजपूत, वरिष्ठ उपनिरीक्षक आनंदपाल सिंह, उपनिरीक्षक हरी सिंह, कांस्टेबल कन्हैयालाल, सुनील कुमार के अलावा एसटीएफ उपनिरीक्षक मो. फिरोज खान, हेड कांस्टेबल रामशंकर चौधरी, कांस्टेबल कमांडो राधेलाल, चंद्र प्रकाश व राघवेंद्र तिवारी शामिल रहे।
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सरकारी भांग की दुकानों से बिक रहा गांजा
फतेहपुर। मादक पदार्थों की बिक्री को लेकर एसपी राजेश कुमार सिंह लगातार अभियान चला रहे है। जिसका नतीजा होता है कि आए दिन पुलिस गांजा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करती है लेकिन कहीं न कहीं विभाग के ही कुछ लोग साथियों की मेहनत पर पानी फेरने का काम करते हैं। शहर में बहुत से ऐसे सेंटर हैं जहां पर सरकारी भांग की दुकानों से धड़ल्ले से गाजें की बिक्री की जाती है। जिले काफी वक्त से इस काम में एक परिवार का दबदबा रहा है। जो फतेहपुर से लेकर बांदा, कौशांबी और कानुपर तक भांग की दुकाने लेते हैं और उनकी दुकानों में स्थानीय चौकी पुलिस की सेटिंग से गांजे की बिक्री करवाते हैं। शहर के पक्का तालाब, वर्मा चौराहा, पटेल नगर, बिसौली, मुरादीपुर, सुकेती और लक्षमनपुर की दुकानों में पड़ने वाली चौकियों के स्टाफ से इन दुकानों के ठेकेदारों की अच्छी बैठती है और जिसका नतीजा होता है कि वो पुलिस की सेटिंग से इन दुकानों में अवैध काम करते है। सूत्रों की माने तो इन दुकानों के ठेकदारों को दुकानें सरकारी भांग की बिक्री करने को दी जाती है लेकिन उसमें बिकता और होता क्या है ये किसी से भी छिपा नहीं है।