कार्यशाला में स्वच्छ पेयजल को लेकर ग्रामीणों को किया जागरूक – ग्राम पंचायतों के लिए जागरूकता वाहनों को हरी झंडी दिखा किया रवाना
फतेहपुर। राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन नमामि गंगे एवं जलापूर्ति जल जीवन मिशन हर घर जल योजना के अंतर्गत हसवा विकास खंड परिसर में सोमवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित ग्रामीणों को जहां स्वच्छ पेयजलापूर्ति को लेकर जागरूक किया वहीं ग्राम पंचायतों के लिए जागरूकता वाहनों को हरी झंडी दिखाकर खंड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान ने रवाना किया।
राज्य प्रशिक्षक योगेश पांडेय ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि जाने-अनजाने में पानी के स्त्रोतों में अनेक प्रकार से गंदगी चली जाती है। जिससे अनेक प्रकार के जीवाणु रहते हैं जो पानी में आ जाते हैं और पेयजल को दूषित कर देते हैं। जैविक प्रदूषण वाले पानी से अनेक बीमारियां होने की संभावना रहती है। जिसमें डयरिया, टाइफाइड, थ्रेड एवं राउंड कृमि, पोलियो, कालरा, डिसेंट्री, पीलिया भी शामिल है। उन्होने कहा कि पेयजल स्त्रोत की जांच ग्राम पंचायत पर प्रशिक्षित कार्यकर्ता से या फिर जिला स्तर पर जल निगम की प्रयोगशाला में कराकर अवश्य पता करें कि पेयजल स्त्रोत सुरक्षित है या नहीं। जल जांच के बाद आर्सेनिक प्रदूषित पानी वाले हैंडपम्प को पहचान के लिए लाल रंग व आर्सेनिक मुक्त पानी वाले हैण्डपम्प को नीले रंग से रंग दिया जाए। आर्सेनिक मुक्त जल के उपयोग से ही इन बीमारियों से बचा जा सकता है। अपने हैण्डपम्प की जल जांच अवश्य कराएं। कार्यशाला को खंड विकास अधिकारी ने संबोधित करते हुए बताया कि यह अभियान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करके चलाया जा रहा है। कार्यशाला को जिला कार्यक्रम समन्वयक सोनू सैनी ने भी संबोधित किया। ग्राम प्रधानों से सहयोग की अपील की गई। इस मौके पर परवेज आलम, आलोक सिंह टिंकू, सौरभ सिंह, एचवी कुशवाहा, अनिल सिंह, सुभम तिवारी के अलावा डीपीएमओ टीम भी मौजूद रही।