हरियाणा के बहादुरगढ़ जिले में 10 साल के बच्चे की हत्या कर दी गई। बच्चा सोमवार देर शाम गायब हुआ था। मंगलवार सुबह उसका शव घर से 100 मीटर दूर एक खाली प्लाट के कूड़े के ढेर में अधजली हालत में मिला। देर रात ही पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज करके उसकी तलाश शुरू कर दी थी। अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि हत्या क्यों और किसने की। पुलिस के आला अफसर जांच में जुटे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, मूलरूप से उत्तर प्रदेश के जिला जौनपुर के गांव नदियाव निवासी राजकुमार अपने परिवार के साथ बहादुरगढ़ शहर के सुभाष नगर की गली नंबर-3 में किराए पर रहता है। वह पेशे से ड्राइवर है और उसकी पत्नी शकुंतला फुटवियर बनाने वाली कंपनी में जॉब करती है। सोमवार को राजकुमार और शकुंतला दोनों ड्यूटी पर गए हुए थे।
पीछे घर पर 10 साल का बेटा मनीष उर्फ गोलू अकेला था। शाम को वह सुभाष नगर में ही रहने वाले अपने मामा रणजीत के घर खेलने के लिए गया था। वहीं से उसका किसी ने अपहरण कर लिया। देर रात तक परिजन उसे तलाशते रहे, लेकिन उसका पता नहीं चल पाया। रात 10 बजे लाइन पार थाना पुलिस ने इस मामले में अपहरण का केस दर्ज कर लिया था।
अधजली लाश कूड़े के ढेर में मिली
मंगलवार सुबह सुभाष नगर के खाली पड़े प्लॉट में कूड़ा बीनने एक महिला पहुंची तो वहां बच्चे का अधजला शव देख उसने शोर मचा दिया। पुलिस मौके पर पहुंची और मनीष के परिजनों को भी मौके पर बुलाकर उसकी शिनाख्त कराई। पास में ही एक ईंट और पत्थर पड़ा मिला, जिस पर खून लगा था। इससे साफ है कि मनीष की हत्या की गई। मनीष के सिर और मुंह पर गहरी चोट के निशान हैं।
हत्या करने वाले आरोपी ने शव को खुर्दबुर्द करने के लिए जलाने की कोशिश भी की। लाइन पार थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भिजवा दिया है। सूचना के बाद झज्जर एसपी वसीम अकरम अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। इसके अलावा फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर सबूत जुटा है। परिजनों को मुताबिक, मनीष उनकी इकलौती संतान था। वह पास के ही सरकारी स्कूल में चौथी कक्षा का विद्यार्थी था। पुलिस का कहना है कि इस हत्याकांड की हर पहलू से जांच की जा रही है।