लैंडफिल साइट में आग रोकने के लिए राजधानी दिल्ली में जल्द लागू होगा मुंबई मॉडल
लैंडफिल साइट में आग की घटनाओं को रोकने के लिए दिल्ली में जल्द ही मुंबई मॉडल लागू होगा। बृहस्पतिवार को दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने विशेषज्ञों के साथ हुई बैठक में मुंबई के डंपिंग स्थल में लगे गैस सकिंग सिस्टम को अपनाने का निर्णय लिया। साथ ही दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) और नगर निगम को इस मॉडल पर कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में इस समस्या से स्थायी नियंत्रण पाने के लिए मुंबई के डंपिंग स्थल पर लगे हुए गैस सकिंग सिस्टम को अपनाना जरूरी है। इसके लिए डीपीसीसी और निगम को निर्देश दिए हैं। मिट्टी से लैंडफिल साइट पर कूड़े को ढकेंगे 500 टीमें आग पर नजर रख रहीं कमेटी बसों में आग की घटनाओं की जांच करेगी समिति को 15 दिनों के अंदर अंतरिम रिपोर्ट जबकि 30 दिनों में अंतिम रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्वीट किया है कि दिल्ली में हर नागरिक की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। डीटीसी बसों में हाल की आग की घटनाओं को देखते हुए इन घटनाओं के मूल कारणों की पहचान करने और उपचारात्मक उपाय सुझाने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों और अधिकारियों की एक समिति गठित की गई है। लगातार दूसरी रात डीटीसी बस में लगी आग
बैठक में विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लैंडफिल साइट पर कूड़े को मिट्टी से ढका जाए। कम से कम 10 सेंटीमीटर तक इसे कवर करना चाहिए।
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि एंटी ओपन बर्निंग अभियान के तहत पूरी दिल्ली में 10 विभागों की 500 टीमें तैनात की गई हैं जो ओपन बर्निंग से जुड़ी सभी उचित कार्रवाई के साथ 24 घंटे निरीक्षण करने का काम भी कर रहीं हैं। इनके अलावा निगम और डीपीसीसी को भी निगरानी के निर्देश दिए गए।
बृहस्पतिवार रात पहाड़गंज फ्लाईओवर पर जा रही दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी)बस में अचानक आग लग गई। राहत की बात थी कि बस में मौजूद यात्रियों ने समय रहते अपना बचाव कर लिया। ब्यूरो