अलीगढ़ में गांधीपार्क पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बच्चा चोरी करने वाले गैंग का किय पर्दाफाश

 

अलीगढ़ में गरीब मजदूरों के बच्चे चोरी करके अमीरों को बेचने वाले गैंग का खुलासा हुआ है। एसएसपी के निर्देशन में गांधी पार्क पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गैंग का पर्दाफाश किया है और गैंग के 6 सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने चोरी किया गया बच्चा भी बरामद किया और उसे सकुशल उसके परिवार जनों के सुपुर्द कर दिया है। इसके पहले भी पुलिस बच्चा चोरी करने वाले गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया था और उनके पास से चोरी किए गए 7 बच्चे बरामद हुए थे। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके साथ ही देर रात तक पुलिस की कार्रवाई जारी रही और पुलिस गैंग से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाती रही।

बच्चा अलीगढ़ से 21 अप्रैल को चोरी हुआ था 

हाथरस के सासनी के गांव बसई निवासी इरशाद की पत्नी नगीना ने 3 अप्रैल को गांव में एक बच्चे को जन्म दिया था। जिसके बाद उसके गांव की ऊषा पत्नी रामपाल हाल निवासी अलीगढ ने उसे बताया कि बच्चे के जन्म पर उसे एक लाख रुपए सरकार से मिलेंगे। इसके लिए उसे अलीगढ़ आना पड़ेगा। रुपए दिलाने का बहाना बनाकर ऊषा ने पीड़ितों को नेहा नाम की महिला के मोबाइल पर सम्पर्क कराया और कहा कि यह आप को एक लाख रुपया दिलवायेंगी। करीब 3-4 दिन पहले से नेहा ने नगीना को फोन किया और कहा कि आप अलीगढ़ आ जाओ और मै आपको एक लाख रुपए दिलाउंगी।

सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए नगीना 21 अप्रैल को सुबह 9 बजे अपनी जेठानी हुस्नबानो पत्नी भूरा के साथ अलीगढ़ आयी और नेहा से मलखान सिह जिला अस्पताल में आकर मिली। मिलने पर नेहा ने बताया कि आप की बच्ची घर पर पैदा हुई है। इसके जन्म सम्बन्धी प्रमाण पत्र व कुछ चेकअप होने हैं। इसके लिये आपको प्राइवेट अस्पताल चलना होगा। नेहा की बातों पर विश्वास करके नगीना हुस्नबानो के साथ जीटी रोड स्थित हीरालाल अस्पताल आ गयी। जहा पर नेहा की सास विमला देवी मिली नेहा ने बताया कि आपको अल्ट्रासाउण्ड कराने अन्दर चलना पड़ेगा। तब तक आप बच्ची को मेरी सास विमला देवी को दे दो।

नगीना अल्ट्रासाउण्ड कराने अंदर गई और जब वापस आयी तो उसकी पुत्री वहां से गायब थी। जब उसने नेहा से अपना बच्चा मांगा तो नेहा ने कहा कि बच्चा आ जाएगा। लेकिन काफी देर तक बच्ची वापस नहीं आई और नेहा भी वहां से गायब हो गई। जिसके बाद पीड़ितों ने इसकी शिकायत थाने में की और मुकदमा दर्ज कराया।

सीसीटीवी 100 से ज्यादा  पुलिस ने खंगाले

मुकदमा दर्ज करने के बाद उच्च अधिकारियों के निर्देशन में गांधी पार्क पुलिस मामले की जांच में जुट गई। पुलिए ने इलाके के 100 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले और पीड़ितों के बताए अनुसार संदिग्ध लोगों को चिन्हित किया। जिसके बाद पुलिस टीम आरोपियों के पीछे पड़ गई। पुलिस ने शुक्रवार को आरोपियों को दबोच लिया और उनके पास से बच्ची भी बरामद हुई। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने बच्ची का सौदा तय कर लिया था और वह इसे बेचने वाले थे। लेकिन पुलिस ने इससे पहले ही कार्रवाई कर दी।

नि:संतान दंपत्तियों को बेचते थे बच्चे

पुलिस ने हाथरस के सासनी निवासी ऊषा पत्नी रामपाल, अलीगढ़ क्वार्सी निवासी नेहा पत्नी विष्णु, क्वार्सी निवासी विमला पत्नी वेदप्रकाश, विष्णु पुत्र वेदप्रकाश, अभिषेक पुत्र वेदप्रकाश और थाना महुआखेड़ा निवासी रेनू पत्नी सुरेश को बच्चा चोरी करके बच्चों की खरीद फरोक्त करने के मामले में गिरफ्तार किया है। जिसके बाद सभी आरोपियों ने अपना अपराध पुलिस के सामने कबूल किया और बताया कि वह रुपयों के लालच में गरीब मजदूरों के बच्चे चोरी करते थे और रुपए लेकर अमीर नि:संतान दंपत्तियों को बच्चे बेच देते थे। जिसके बाद पुलिस इस गैंग से बच्चे खरीदने वाले लोगों की भी तलाश कर रही है। इन सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 363/370(5)/311/120बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

कई राज्यों व जिलों में फैले हैं तार

एसएसपी ने बताया कि आरोपी बच्चे चोरी करने के बाद आरोपी मासूमों को अन्य जिलों और राज्यों में नि:संतान दंपत्तियों को बेचते थे। इसके लिए वह उसने मोटी रकम भी वसूलते थे। पुलिस आरोपियों से बच्चे खरीदने वाले लोगों की भी तलाश कर रही है, इसके साथ आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने अब तक कितने बच्चों का अपहरण करके इन्हें लोगों को बेचा है। जिससे उन बच्चों को भी उनके माता पिता से मिलाया जा सके।

उन्होंने बताया कि गैंग का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में गांधीपार्क थाना प्रभारी बंशीधर पांडेय, अतिरिक्त इंस्पेक्टर यशपाल सिंह, एसआई संदीप वर्मा, हेड कांस्टेबल विजय कुमार, कांस्टेबल विष्णु कुमार, कांस्टेबल पुष्पेंद्र कुमार, कांस्टेबल समीर यादव, कांस्टेबल आशीष कुमार, महिला कांस्टेबल टिंकी चौधरी, पूनम चाहर, संतोष चाहर और पलक शामिल रही। एसएसपी ने पूरी टीम के लिए 25 हजार रुपए नकद पुरस्कार की घोषणा की है।

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