प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, साथियों, देश के प्रधानमंत्रियों के योगदान को याद करने के लिए आजादी के अमृत महोत्सव से अच्छा समय और क्या हो सकता है। देश के लिए यह गौरव की बात है कि आजादी का अमृत महोत्सव एक जन-आंदोलन का रूप ले रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, इतिहास को लेकर लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ रही है और ऐसे में पी.एम. म्यूजियम युवाओं के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन रहा है जो देश की अनमोल विरासत से उन्हें जोड़ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, आप सब जानते हैं कि 18 मई को पूरी दुनिया में इंटरनेशन म्यूजियम डे मनाया जाएगा। इसे देखते हुए अपने युवा साथियों के लिए मेरे पास एक आइडिया है। क्यों न आने वाली छुट्टियों में आप अपने दोस्तों की मंडली के साथ स्थानीय म्यूजियम देखने जाएं। आप अपना अनुभव के साथ जरूर साझा करें।
कैशलेश गतिविधियां देश में बढ़ रहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, देश में कैशलेश गतिविधयां बढ़ रही हैं। हर दिन देश में 20 हजार करोड़ रुपये का कैशलेश ट्रांसजेक्शन हो रहा है। आप जो गली के नुक्कड़ की दुकानों पर यूपीआई पेमेंट करते हैं, इसका देश की तरक्की में बड़ा योगदान है। प्रधानमंत्री ने कहा, मार्च के महीने में यूपीआई ट्रांजेक्शन 10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
75 अमृत सरोवर हर जिले में बनेंगे
प्रधानमंत्री ने कहा, इस समय आजादी के 75वें साल में आजादी के अमृत महोत्सव में देश जिन संकल्पों को लेकर आगे बढ़ रहा है, उसमें जल संरक्षण भी एक है। अमृत महोत्सव के दौरान देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाए जाएंगे। आप कल्पना कर सकते हैं कि यह कितना बड़ा अभियान है। प्रधानमंत्री ने कहा, वो दिन दूर नहीं जब आपके अपने शहर में 75 अमृत सरोवर होंगे। मैं आप सभी से और खासकर युवाओं से चाहूंगा कि वो इस अभियान के बारे में जानें और इसकी जिम्मेदारी भी उठाएं। अगर आपके क्षेत्र में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा कोई इतिहास है, किसी सेनानी की स्मृति है तो उसे भी अमृत सरोवर से जोड़ सकते हैं।
भारतीयों को सबसे ज्यादा गणित में सहज होना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि परीक्षा पर चर्चा के दौरान कुछ विद्यार्थियों ने कहा था कि उन्हें गणित से बहुत डर लगता है। साथियों गणित तो ऐसा विषय है, जिसे लेकर हम भारतीयों को सबसे ज्यादा सहज होना चाहिए। आखिर, गणित को लेकर पूरी दुनिया के लिए सबसे ज्यादा शोध और योगदान भारत के लोगों ने ही तो दिया है। पीएम ने कहा कैलकुलस और कम्प्यूटर्स तक ये सारे वैज्ञानिक आविष्कार जीरो पर ही तो आधारित हैं। शून्य यानी जीरो की खोज और उसके महत्व के बारे में आपने खूब सुना होगा। अगर जीरो की खोज न होती तो दुनिया की इतनी वैज्ञानिक प्रगति भी न देख पाती। पीएम ने कहा कि हम भारतीयों के लिए गणित कभी मुश्किल विषय नहीं रहा, इसका सबसे बड़ा कारण हामारी वैदिक गणित भी है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसके जरिए आप कठिन से कठिन गणनाएं पलक झपकते कर सकते हैं।