हिंदू रक्षा संघर्ष समिति ने अधिवक्ताओं से की परिचर्चा – धर्मांतरण के दोषियों को न्यायिक कटघरे में लाकर जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाए
फतेहपुर। जिला बार एसोसिएशन के सभाकक्ष में शनिवार को हिंदू रक्षा संघर्ष समिति ने अधिवक्ताओं के साथ परिचर्चा की। जिसमें धर्मांतरण के दोषियों को न्यायिक कटघरे में लाकर जेल की सलाखों के पीछे भेजे जाने की बात कही गई। अधिवक्ताआंे ने निःशुल्क विधिक सहयोग, सलाह व पैरवी करने का आश्वासन दिया।
समिति के संरक्षक मधुसूदन दीक्षित, संयोजक अखिलेश द्विवेदी ने वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष त्रिपाठी, अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष रवींद्र सिंह परमार की उपस्थिति में विद्वान अधिवक्ताओं से विधिक परिचर्चा की। विगत दिनों शहर क्षेत्र के एक चर्च में हुए धर्मांतरण में दोषीजनों को न्यायिक कटघरे मंे लाकर जेल की सलाखों के पीछे भेजे जाने की बात कही गई। इस पर विधिक राय ली गई। साथ ही आगे भविष्य में हिंदू धर्म संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने वाले असामाजिक तत्वों संस्थाओं के खिलाफ कठोर विधिक कार्रवाई हेतु वरिष्ठ अधिवक्ताओं से सहयोग मांगा। सभी अधिवक्ताओं ने निःशुल्क विधिक सहयोग, सलाह व पैरवी करने का आश्वासन दिया। साथ ही धर्मांतरण के मामले में दोषीजनों की जमानत खारिज कराने हेतु संबंधित न्यायालय में न्यायिक प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया। परिचर्चा के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने न्यायिक विधिक सुझाव व विचार भी व्यक्त किए। इस मौके पर संतोष त्रिपाठी एडवोकेट, महेशकांत त्रिपाठी, रहस बिहारी श्रीवास्तव, रवींद्र सिंह परमार, सहदेव गुप्ता, शैलेंद्र द्विवेदी, अरविंद नारायण शुक्ला, सचिन श्रीवास्तव, मनोरमा शुक्ला, शिव प्रकाश तिवारी, सुभाष द्विवेदी, रजनीश दीक्षित, प्रमील श्रीवास्तव, विनीत श्रीवास्तव, शैलेंद्र गौतम, रमेश भदौरिया, ज्ञानेंद्र सचान ज्ञानू, उदय लोधी, अनुराग त्रिपाठी भी मौजूद रहे।