सुप्रीम कोर्ट के कई फैसले हैं कि पुरानी चीजों से छेड़छाड़ नहीं की जाएगी, लेकिन मुसलमान भाइयों को डराने के लिए और समाज में नफरत फैलाने के लिए ज्ञानवापी जैसे मुद्दे भाजपा द्वारा उठाए जा रहे हैं। यह भाजपा की सरकार है, इसमें न्याय नहीं मिलेगा। अगर कोई न्याय मांगेगा तो उसके घर बुलडोजर चलेगा। ये बातें बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहीं। वह बुधवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान की माता की तेरहवीं में शामिल होने के लिए जनपद आए थे।
उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी के मुद्दे को भाजपा द्वारा जानबूझकर उठाया जा रहा है, ताकि नफरत का माहौल तैयार हो। खासतौर से मुसलमान भाइयों में डर पैदा हो। जबकि सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलों में कहा गया है कि पुरानी चीजों से छेड़छाड़ न की जाए। क्या भाजपा सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी नहीं मानेगी? आजम खां के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमें और सपा के लोगों को यह विश्वास है कि वह जल्द बाहर आएंगे और उनके साथ न्याय होगा। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के सवाल पर कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, उसने ही इस कानून का सबसे ज्यादा दुरुपयोग किया है।
किसानों और गरीबों को देने के लिए बजट ही नहीं
पूर्व सीएम ने किसान सम्मान निधि और राशन कार्ड के सत्यापन के बारे में कहा कि इनके पास सभी किसानों और गरीबों को देने के लिए बजट ही नहीं है। इसलिए सत्यापन कराकर गरीबों के राशन कार्ड को काटने का तरीका ढ़ूंढ़ रहे हैं। आज महंगाई चरम पर है। आज राशन का वितरण बंद कर दो तो क्या अपने देश की हालत श्रीलंका जैसी नहीं हैं?
भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि लोगों को जाति और धर्म के आधार पर चिन्हित कर बुलडोजर चलाया जा रहा है। बरेली में बिना मानचित्र के सबसे ज्यादा घर भाजपा के लोगों के ही हैं। क्या उनके घर बुलडोजर चलेगा? ओमप्रकाश राजभर पर दर्ज मुकदमे के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक नेता को किसी के घर जाने से रोकना क्या लोकतंत्र की हत्या नहीं है?
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