संयुक्त व एकांकी परिवार की तुलना कर किया व्याख्यान – बदलते परिवेश में परिवार की भूमिका विषय पर कार्यक्रम आयोजित
फतेहपुर। डॉ. भीमराव अंबेडकर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग की ओर से मिशन शक्ति के तहत बदलते परिवेश में परिवार की भूमिका विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए हेमंत कुमार निराला ने आज के दौर में परिवार की भूमिका को चुनौती पूर्ण बताया।
श्री निराला ने पुराने समय के संयुक्त परिवार एवं आधुनिक समाज के एकांकी परिवार की तुलना करते हुए बताया कि संयुक्त परिवार में विभिन्न कार्य सुगमता पूर्वक सम्पन्न हो जाते थे क्योंकि परिवार के सदस्यों के बीच बंधन बहुत मजबूत थे। बदलते समय के साथ समाज अभावमुक्त तो हुआ लेकिन संयुक्त परिवार एकांकी परिवार के रूप में बदलते चले गए। आधुनिक समाज में परिवार की चुनौतियों को रेखांकित करते हुए श्री निराला ने मोबाइल का उदाहरण देते हुए कहा कि इसका प्रयोग अनिवार्य होता जा रहा है लेकिन यह परिवार के सदस्यों के बीच अलगाव की समस्या को जन्म दे रहा है। दूसरे शब्दों में एकांकी परिवार एकाकीपन की ओर बढ़ रहा है जिसके लिए हमें सजग हो जाना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. सरिता गुप्ता ने की। कार्यक्रम का संचालन समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष बसंत कुमार मौर्य ने किया। मिशन शक्ति कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. चारू मिश्रा के अलावा समस्त महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा।