निःशुल्क पाठशाला संचालित कर गरीब बच्चों का जीवन निखार रही सौम्या – शोषित, पीड़ित एवं वंचित वर्ग की महिलाओं को बना रही सशक्त – गरीबों की मदद करना ही सबसे बड़ा पुण्य: सौम्या
फतेहपुर। अमर क्रांति फाउंडेशन की अध्यक्ष एवं समाजसेविका सौम्या पटेल इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं। निःशुलक पाठशाला संचालित करके जहां गरीब बच्चों का जीवन निखार रही हैं वहीं शोषित, पीड़ित एवं वंचित वर्ग की महिलाओं को भी सशक्त बनाने में जुटी हैं। उनके इस प्रयास की चारों ओर प्रशंसा हो रही है। समाजसेविका सौम्या का कहना है कि गरीबों की मदद करना ही सबसे बड़ा पुण्य है। उन्होने सभी स्वयंसेवी संगठनों से इस कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभाने की अपील की।
शहर क्षेत्र के आवास विकास कालोनी निवासी एवं अमर क्रांति फाउंडेशन की अध्यक्ष समाजसेविका सौम्या सिंह पटेल एक ऐसा नाम है जिसे शायद ही जिले का कोई व्यक्ति न जानता हो। उन्होने अपनी पहचान अपने काम के बल पर बनाई है। कुछ वर्षों पूर्व उन्होने गरीब बच्चों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया था। जिसमें वह काफी हद तक सफल भी हो रही हैं। तीन वर्ष पूर्व गिहार बस्ती में उन्होने निःशुल्क पाठशाला शुरू की थी। यह पाठशाला आज भी निरंतर जारी है। गरीब बच्चों को वह शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास कर रही हैं। कई बच्चों को वह स्वयं भी पढ़ाती हैं। बच्चे उन्हें बेहद प्यार भी करते हैं। गरीब बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ बातचीत करने का तौर-तरीका भी सिखा रही हैं। उनका यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। इसके अलावा उन्होने शोषित, वंचित वर्ग की महिलाओं को सशक्त करने का काम भी शुरू किया है। कौशल विकास एवं रोजगार के लिए निरंतर अपनी संस्था की ओर से सेवाएं दे रही हैं। समाजसेविका सौम्या सिंह पटेल का कहना रहा कि समाजसेवा से बड़ा कोई काम नहीं होता और गरीबों की मदद करना ही सबसे बड़ा पुण्य है। उन्होने कहा कि गरीबों की सेवा करने के लिए जज्बा होना चाहिए। आपके पास पैसा हो या न हो तब भी आप गरीबों की मदद कर सकते हैं। उन्होने कहा कि उनका प्रयास रंग ला रहा है और उन्होने अब तक काफी बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा है। उन्होने जिले के अन्य स्वयंसेवी संगठनों का आहवान किया कि इस कार्य का हिस्सा बनकर गरीब बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का काम करें।