फतेहपुर। अखिल भारत हिंदू महासभा ने शनिवार को क्रांतिकारी व हिंदू हृदय सम्राट विनायक दामोदर सावरकर की 139 वीं जयंती कैंप कार्यालय आईटीआई रोड में मनाई। उनके चित्र पर माल्यार्पण व आरती की गई। वक्ताओं ने एक स्वर से देश की मोदी सरकार से वीर सावरकर को भारत रत्न देकर उनके नाम से डाक टिकट जारी करने की मांग की।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रदेश महामंत्री मनोज त्रिवेदी ने कहा कि वीर सावरकर ने 22 अगस्त 1906 को सबसे पहले पुणे के बीच बाजार में विदेशी वस्त्रों की होली जलाई थी। 13 मार्च 1910 को लंदन में उन्हें अंग्रेज कलेक्टर सर कर्जन वायली की हत्या के जुर्म में गिरफ्तार किया गया था और 20 वर्षों का सश्रम कारावास अंडमान निकोबार की जेल में काले पानी की सजा के साथ दी गई थी। तमाम यातनाएं सहने के बाद भी अपना अखंड भारत का सपना नहीं छोड़ा था। जिलाध्यक्ष रामगोपाल शुक्ला ने कहा कि वीर सावरकर को 1937 में हिंदू महासभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था। उनके हिंदुत्व व राष्ट्र के प्रति किए गए बलिदान, त्याग को देश कभी भुला नहीं पाएगा। जयंती कार्यक्रम में प्रमुख रूप से स्वामी राम आसरे आर्य, करण सिंह पटेल, शशीकांत मिश्रा, डॉ प्रमोद पांडेय, संतोष नेता, स्वामी धरमदास, अरुण शुक्ला, आशाराम लोधी, श्रीराम उपस्थित रहे।