बिना रवन्ना मौरंग माफिया लगा रहे अवैध डंप – नदी की धारा में पोकलैंड व पनचक्कियों से निकाली जा रही मौरंग – एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे माफिया
न्यूज़ वाणी
बिना रवन्ना मौरंग माफिया लगा रहे अवैध डंप – नदी की धारा में पोकलैंड व पनचक्कियों से निकाली जा रही मौरंग – एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे माफिया
खागा/फतेहपुर। यमुना घाटों पर बालू खनन करने के लिए पट्टा दिया गया है। इसके तहत राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के नियमों के दायरे में मौरंग निकासी करनी होती है लेकिन पट्टा धारक नियमों को ताक पर रखकर अवैध तरीके से मौरंग खनन कर रहे हैं। आरोप है कि पुलिस प्रशासन और संबंधित विभाग की मिलीभगत से नदी की धारा को पोकलैंड व पनचक्कियों से मौरंग की निकासी करवाई जा रही है। इससे लाखों रूपए राजस्व को चूना लग रहा है।
तहसील क्षेत्र के धाता व किशनपुर थाना अंतर्गत यमुना नदी के रानीपुर व गुरवल में अवैध खनन जोरों से हो रहा है। खनन करने के लिए पट्टा धारक को पर्यावरण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी हुआ है। उसके मुताबिक न रात में और न ही नदी की धारा से मौरंग खनन किया जा सकता है। बावजूद इसके सूखे स्थल में 10 से 15 फिट गहरा और नदी की धारा से मौरंग खनन किया जा रहा है। मौरंग माफिया पुलिस प्रशासन व खनन विभाग की मिलीभगत से दिन-रात नदी की बहती धारा से खनन कर एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। घाटों से अंधाधुंध मौरंग का खनन कर हर रोज बगैर रवन्ना के बड़े-बड़े डंप लगा रहे हैं। नियम के अनुसार डंप लगाने के लिए लाइसेंस धारक एक लाइसेंस से एक ही स्थान पर डंप लगा सकता है लेकिन खनन माफिया दर्जनों जगह डंप करने के साथ आधा सैकड़ा ट्रकों-डंपरों और ट्रैक्टर से प्रतापगढ़, बांदा व प्रयागराज परिवहन करवा रहे हैं।