20 दिवसीय संस्कृत भाषा शिक्षण कार्यशाला में त्रृतीय चक्र का हुआ शुभारंभ यूपी अब तक से जिला संवाददाता लव सिंह / न्यूज़ वाणी खागा तहसील संवाददाता अवधेश कुमार दुबे
फतेहपुर। उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम् लखनऊ (भाषा विभाग उत्तर प्रदेश शासन) द्वारा आयोजित 20 दिवसीय संस्कृत भाषा शिक्षण कार्यशाला के तृतीय चक्र का शुभारंभ संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष डॉ०वाचस्पति मिश्र और निदेशक पवन कुमार (आई ए एस) के नेतृत्व और निर्देशन में दिनांक 09-06-2022 को ऑनलाइन गूगल मीट पर हुआ।सत्र के प्रारंभ में कार्यक्रम का प्रारंभ वैदिक मंगलाचरण से हुई तत्पश्चात् अतिथिपरिचय एवं स्वागत और ध्येय मन्त्र संस्कृत संस्थान के प्रशिक्षक गणेश द्विवेदी द्वारा किया गया । कार्यशाला के शुभारम्भ सत्र मे मुख्य अतिथि सामाजिक, प्रतिष्ठित तथा संस्कृतप्रेमी प्रदीप सिंह चौहान जी
उपस्थित रहे और उन्होंने ने अपने सारगर्भित उद्बोधन् में संस्कृत भाषा की वैधानिकता, वैज्ञानिकता और विशिष्टता के बारे में तथ्यात्मक जानकारी प्रदान की और साथ ही साथ संस्कृत भाषा को सुसंस्कृत समाज निर्माण करने के लिए आवश्यक बताया और नियमित कार्यशाला करने हेतु समस्त संस्कृत अध्येताओं को प्रेरित किया । उसी क्रम में संस्कृत संस्थान लखनऊ के प्रशिक्षक ओमदत्त द्विवेदी ने भाषा की हमारे जीवन में क्या आवश्यकता है हमें संस्कृत भाषा क्यों पढ़नी चाहिए इस विषय में तथ्यात्मक जानकारी देते हुए संस्कृत भाषा को सभी भारतीयों के लिए प्राण वायु के समान बताया जैसे वायु के बिना जीवन संभव नहीं उसी प्रकार भारतीयता और भारतीय संस्कृति की कल्पना संस्कृत के बिना संभव नहीं । प्रथम दिवस प्रशिक्षक ओमदत्त द्विवेदी ने संस्कृतवर्णमाला , माहेश्वरसूत्राणि , शब्दरूप,धातुरूप और उपपदविभक्तियों के विषय में प्रशिक्षण प्रदान किया । कार्यक्रम में अनिल कुमार पाण्डेय, अनुराधा देवी, हरीश याज्ञिक,बबिता मौर्या, अभिषेक कुमारऔर हृषीकेशजी सहित संस्थान के पदाधिकारी जगदानंद झा प्रशासनिक अधिकारी, श्रीमती चन्द्रकला शाक्या पर्यवेक्षिका, सुधीष्ठ मिश्र प्रशिक्षण प्रमुख, धीरज मैठाणी प्रशिक्षण समन्वयक आदि सैकड़ों लोग समुपस्थित रहे।