राजधानी दिल्ली से एक अजीबो-गरीब घटना सामने आई है, जहां लोकप्रिय स्ट्रीट फूड मोमोज की वजह से एक शख्स की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि गले में मोमोज फंसने के कारण शख्स ने दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स के विशेषज्ञ ने मोमो की फिसलन स्थिरता और छोटे आकार के कारण इसके गले में फंसने की संभावना को लेकर जागरूक करने के लिए एक चेतावनी जारी की है. एम्स द्वारा जारी चेतावनी में मोमोज को सावधानी से निगलने की बात कही गई है. शाकाहारी और मांसाहारी विकल्पों के साथ उपलब्ध मोमोज एक लोकप्रिय एशियाई व्यंजन है, जिसे लोग बड़े ही चाव से खाना पसंद करते हैं.
आमतौर पर मोमोज को स्टीम करके तैयार किया जाता है, लेकिन पिछले कुछ सालों में इसकी कई वेरायटी के विभिन्न संस्करण सामने आए हैं, जिनमें फ्राई, तंदूरी, ग्रेवी और चॉकलेट मोमोज शामिल हैं. मोमोज सिक्किम, असम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और अरुणाचल प्रदेश जैसे भारतीय क्षेत्रों में एक लोकप्रिय स्ट्रीट फूड व्यंजन है.
फोरेंसिक इमेजिंग में प्रकाशित एम्स की रिपोर्ट में 50 वर्षीय व्यक्ति के मोमोज से दम घुटने के कारण मौत के मामले का खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि शख्स को कथित तौर पर दक्षिणी दिल्ली से एम्स लाया गया था. इस मामले में पुलिस की जांच में आगे खुलासा हुआ कि एक दुकान पर मोमो खाने के बाद वह शख्स गिर पड़ा. पोस्टमार्टम के दौरान, एक सीटी स्कैन से पता चला कि गले में मोमोज के फंसने के कारण दम घुटने से शख्स की मौत हुई है.
मामला सामने आने के बाद एम्स ने ‘सावधानी के साथ मोमोज को निगलने’ की चेतावनी जारी की. डॉ अभिषेक यादव, जो रिपोर्ट के लेखक हैं और एम्स में फोरेंसिक विभाग में एक अतिरिक्त प्रोफेसर हैं, उन्होंने मोमोज की फिसलन के कारण उत्पन्न होने वाले घुटन खतरे के बारे में भी बात की.
उन्होंने बताया कि इस अनोखे मामले में मौत का कारण न्यूरोजेनिक कार्डियक अरेस्ट के रूप में निष्कर्ष निकाला गया था, जो कि मोमो के फंसने के कारण हुआ था और यह मोमो स्वरयंत्र के प्रवेश द्वार पर स्थित पाया गया था. उन्होंने आगे बताया कि मोमोज का आकार 5×3 सेमी है, इसलिए इस प्रकार के भोजन को लोगों को बहुत सावधानी से निगलना चाहिए.