अग्निपथ योजना के विरोधियों से जनपद को बचाने की अफसरो ने की कवायद – कई प्रान्तों के बाद यूपी के शहर आन्दोलन की चपेट में – एसपी व सीडीओ ने रेलवे सम्पत्तियो का दौराकर सुरक्षा की समीक्षा
फतेहपुर। केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध की आग अन्य प्रान्तों के बाद प्रदेश के कई शहरों तक पहुंच गई। जनपद में गुरुवार को सेनाभर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं के पदर्शन ने जनपद के अफसरों की नींद उड़ा दी जिसके बाद हरकत में आए पुलिस व प्रशासनिक अमले ने पुलिस बल की तैनाती करने के साथ सतर्कता बढ़ा दी।
शुक्रवार को जुमा की नमाज़ शकुशल सम्पन्न कराए जाने के साथ ही अग्निपथ योजना के विरोधियों के आन्दोलन से जनपद को बचाने के लिए अफसर मुस्तैद नज़र आए। शहर के चौराहों पर जगह जगह ख़ाकी की तैनाती रही वहीं रेलवे स्टेशन परिसर व बाहर भी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी सत्य प्रकाश के नेतृत्व में भारी पुलिस बल द्वारा रेलवे स्टेशन परिसर का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया गया। इस दौरान आरपीएफ व जीआरपी थाना प्रभारियों से मुस्तैदी बरतने का निर्देश दिया गया। बिहार से शुरू हुए अग्निपथ आंदोलन ने न केवल पूरे बिहार को चपेट में लिया बल्कि आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान व उत्तर प्रदेश के कई जनपद भी आंदोलन की आग में जल उठे। बिहार व तेलंगाना में रेलवे स्टेशनों में तोड़फोड़ व ट्रेनों में आगजनी की गई उत्तराखंड हरियाणा में बसों में आग लगाने की घटना हुई व हाइवे को निशाना बनाया गया। हालांकि केंद्र सरकार में अग्निपथ योजना में आयु में दो वर्ष की छूट देते हुए 23 वर्ष करके उपद्रवियों की एक मांग का समाधान कर दिया लेकिन सरकार की अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरो की भर्ती के लिए उपद्रवियों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। सेना में 4 वर्ष की सेवा के बाद रिटायरमेंट व उसके बाद मिलने वाली राशि एवं समायोजन के रोडमैप के बाद युवाओ का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। कई वर्षों से सेना की तैयारी करने वाले युवा सेना मे पूर्णकालिक सेवा एवं उसके बाद मिलने वाले सैन्य लाभों की मांग को लेकर लगातार आंदोलनरत है। केंद्र व प्रदेश की सरकारों की अपील के बाद भी सैनिक बनने की तमन्ना रखने वाले युवाओं का आक्रोश शांत नहीं हो रहा है। जनपद तक विरोध की आंच पहुँचने से रोकने के लिए पुलिस एवं प्रशासनिक अमला खासा सक्रिय है। उपद्रव के दौरान रेलवे की सम्पत्ति को नुकसान से बचाने को देखते हुए एसपी राजेश कुमार सिंह व सीडीओ सत्य प्रकाश द्वारा स्टेशन परिसर समेत रेलवे की अन्य सम्पत्तियो का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई। साथ ही आरपीएफ व जीआरपी को शिथिलता न बरतने के निर्देश दिए गए।