अग्निपथ विरोधियों से निपटने को रेलवे स्टेशन समेत चप्पे-चप्पे पर खाकी मुस्तैद एक दर्जन प्रान्त उपद्रव की चढ़े भेंट, यूपी कई जनपद चपेट में
फ़तेहपुर। केंद्र सरकार की सेना भर्ती की नई योजना अग्निपथ के विरोध बढ़ता ही जा रहा है एक दर्जन के करीब प्रान्तों मे बसों व ट्रेनों में आगजनी एवं रेलवे स्टेशनो को फूंके जाने समेत व हाइवंे तोड़फोड़ की हिंसक घटनाओं के बाद जनपद में प्रशासन एलर्ट मोड़ में है। गुरूवार को सेनाभर्ती की तैयारी कर रहे युवाओ के पदर्शन के बाद से अफसर एक्शन मोड़ में दिखाई दे रहे है। जनपद की कानून व्यवस्था व माहौल किसी तरह खरांब होने से रोकने के लिये पुलिस प्रशासन ने रेलवे स्टेशनों समेत रेलवे की सम्पत्तियों की सुरक्षा बढ़ा दी गयी। जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे व पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह द्वारा लगातार सुरक्षा के बाबत जानकारी करने व मातहतों को निर्देश दिए जा रहे है।
शनिवार को भी सेनाभर्ती की तैयारी कर रहे युवाओ के प्रदर्शन को देखते हुए शहर के चौराहो पर जगह-जगह ख़ाकी की तैनाती है वहीं रेलवे स्टेशन परिसर व बाहर भी भारी पुलिस बल तैनात रहा। अन्य जगह प्रदर्शन में रेलवे स्टेशन मुख्य बिंदु होने पर आरपीएफ व जीआरपी थाना प्रभारियो से मुस्तैदी बरतने का निर्देश दिया गया। वही स्टेशन परिसर के बाहर से लेकर चौराहो पर भारी पुलिस बल तैनात है। सुरक्षा व्यबस्था की समीक्षा के लिये उपजिलाधिकारी सदर व सीओ सिटी डीसी मिश्रा द्वारा लगातार भृमण किया जाता रहा। सेना भर्ती के लिये जारी किए गये नये नियम अग्निपथ के ज़रिए चार वर्षाे की सेवाओं के लिये अग्निवीरो की भर्ती की जाने की घोषणा के बाद से बिहार से शुरू हुए अग्निपथ आंदोलन ने न केवल पूरे बिहार को चपेट में लिया बल्कि आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, उत्तराखण्ड, हरियाणा, राजस्थान व उत्तर प्रदेश समेत लगभग एक दर्जन प्रदेश में आंदोलन हो रहा है। उवर्द्व की आंच से यूपी के कई जनपद भी बच नही सके मथुरा, अलीगढ़, बलिया, प्रयागराज, नोएडा, वाराणसी समेत प्रदेश के कई जनपदों में तोड़फोड़ की खबरे लगातार आ रही है। केंद्र सरकार में अग्निपथ योजना नियम में आयु में दो वर्ष की छूट देते हुए 23 वर्ष करके उपद्रवियों की एक मांग मांन लेने के बाद भी उपद्रव शांत होने का नाम नही ले रहा। सेना में 4 वर्ष की सेवा के बाद रिटायरमेंट व उसके बाद मिलने वाली राशि एवं समायोजन के रोडमैप के बाद में युवाओ का गुस्सा थम नही रहा। सेना की तैयारी करने वाले युवा सेना मे पूर्णकालिक सेवा एवं उसके बाद मिलने वाले सैन्य लाभों की मांग को लेकर गुस्से में है और विरोध प्रदर्शन कर सरकार से नियम को वापस लेने की मांग पर अड़े है। इस बीच केंद्र सरकार द्वारा उपद्रवियों से देश की सम्पत्ति को बर्बाद न करके शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की जा रही है। युवाओ के उपद्रव व हिंसक घटनाओं को देखते हुए शासन द्वारा भी जनपद की स्थिति पर लगातार नज़र बनी हुई है सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह द्वारा लगातार मातहतों को सुरक्षा में किसी तरह की ढिलाई न बरतने के निर्देश के बाद पुलिस व पीएसी कर्मी सुरक्षा में मुस्तैद नज़र आये।