सहारनपुर की मुस्कान पर 49 से ज्यादा बिजनेसमैन, डॉक्टर और प्रोफेशनल्स को फंसाकर लाखों ठगने के आरोप हैं। मुस्कान ने इंस्टाग्राम, फेसबुक और वॉट्सऐप को लोगों तक पहुंचने का ज़रिया बनाया। पुलिस के मुताबिक 2020 और 2022 में दो बार मुस्कान के खिलाफ एफआईआर हो चुकी हैं। मौजूदा वक्त में वह जमानत पर जेल से बाहर है। नजीबाबाद से लेकर मुरादबाद तक फैला रैकेट काशी के गोला घाट रामनगर भीटी की रहने वाली मुस्कान सहारनपुर दो साल पहले आई थी। यहां आने के बाद वह ब्लैकमेलिंग के धंधे में आ गई। उसके गिरोह में 6 लोग शामिल हैं। इसमें 2 लड़कियां शामिल हैं। ये नेट से मिले नंबरों के जरिए लोगों को प्यार के जाल में फंसा रही थीं। सहारनपुर से शुरू हुआ इनका रैकेट 4 महीने में ही मुजफ्फरनगर, शामली, नजीबाबाद, बिजनौर, मेरठ व मुरादाबाद सहित कई शहरों तक पहुंच गया। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक अब तक 49 से ज्यादा लोगों को शिकार बनाया जा चुका है, जिनसे लाखों ऐंठे जा चुके हैं।
प्रॉपर्टी डीलर झांसे में नहीं आया
25 नवंबर 2020 को थाना मंडी में एक प्रॉपर्टी डीलर को प्रेम जाल में फंसाया था। उससे पैसों की डिमांड की। डिमांड पूरी न करने पर अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दी थी। डीलर झांसे में नहीं आया। पुलिस की मिलीभगत से उस पर रेप का मुकदमा करा दिया। इसके बाद उसने भी रंगदारी और हनीट्रैप का केस कराया। हालांकि, पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर युवती को गिरफ्तार कर लिया था। 23 जून 2022 को भी मुस्कान को गिरफ्तारी के बाद जमानत मिल गई।
जिम में बढ़ाया मेलजोल
28 मई 2022 को एक अन्य प्रॉपर्टी डीलर ने SSP को तहरीर दी। इसमें बताया था कि उसके बेटे को एक युवती ने जिम में अपने प्रेमजाल में फंसाया। उसके बाद पैसों की डिमांड की। पूरी करने पर अश्लील वीडियो अपलोड करने की धमकी दी, जिससे उसका बेटा डर गया। बेटे ने सारी बात अपने पिता को बताई।
बेटे ने बताया कि उसे एक युवती जिम में मिली थी। फिर मेलजोल बढ़ाने लगी। एकांत जगह पर बुलाया। यहां पर मुझ से कहा कि शर्ट उतारो। इसके बाद मेरी कई आपत्तिजनक हालत में फोटो खींच ली। इसके बाद कॉल पर 8 लाख रुपए मांगे। थोड़े पैसे दे भी दिए थे।
शहजादा और मनव्वर ढूंढते हैं नेट पर नंबर
मुस्कान की गैंग में आलिया, उसका पति शहजादा और मनव्वर हैं। उनका काम इंटरनेट की मदद से नए-नए लोगों के नंबर ढूंढना है। ताकि उन्हें हनीट्रैप में फंसाया जा सके। पुलिस रिकॉर्ड में शंकलापुरी के शहजाद, आर्यनगर के नरेंद्र, खाताखेड़ी के अकबर, पिकी गांव के सुभाष, ग्रीन सिटी के ताहिर, मुकव्विल, नदीम और जुलफान को अपना शिकार बना चुकी है। इनसे कितनी रकम ठगी जा चुकी है, इसकी पूछताछ पुलिस कर रही है। इस खबर को लिखने के दौरान मुस्कान से संपर्क करने के प्रयास हुए, लेकिन उनका वर्जन नहीं मिल सका।