बांदा में क्लास 3 के बच्चे ने सुसाइड कर लिया। वजह सिर्फ इतनी थी कि मां ने उसे पढ़ाई को लेकर डांटा था। इस बात से वह इतना आहत हो गया कि किताबें लेकर कमरे में गया। वहां गमछे से फांसी लगाकर जान दे दी। कुछ देर बाद जब बड़ा भाई कमरे में पहुंचा तो उसने उसे फंदे पर लटकता देखा। परिजन तुरंत फंदे से उतारकर उसे अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
प्राइवेट स्कूल में पढ़ता था
घटना बबेरू कस्बे के गायत्री नगर की है। यहां रामप्रताप साहू परिवार के साथ रहते हैं। वह कारोबारी हैं। रामप्रताप का 8 साल का बेटा नीरज कस्बे के ही एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ता है। शुक्रवार शाम 5-6 बजे के बीच नीरज घर में खेल रहा था। इसी दौरान मां ने डांट दिया। वह घर में ऊपर बने कमरे में गया। वहां सुसाइड कर लिया।
नीरज के बड़े भाई ने कहा, “मैं कोचिंग करने के बाद घर गया। ऊपर के कमरे में गया तो वहां नीरज गमछे के सहारे फांसी पर लटका हुआ था।” बच्चे की सुसाइड की खबर मिलते ही सीओ मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बांदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया है।
चार भाई बहनों में सबसे छोटा था नीरज
नीरज के पिता रामप्रताप साहू रोते हुए कहते हैं, “शाम को घर पर खेल रहा था। किसी को अंदाजा नहीं था कि मां की डांट उसे इतनी बुरी लग जाएगी। समझ ही नहीं आ रहा कि आखिरी उसने ऐसा क्यों किया।” नीरज के दो भाई व दो बहनें थी, जिसमें वह सबसे छोटा था।]
मां बार-बार खुद को कोस रही
नीरज की मां सुनीता रोते-रोते बेसुध हो जा रही हैं। वह बार-बार खुद को कोस रही है। नीरज की मौत के लिए वह खुद को ही जिम्मेदार मान रही हैं। बबेरू कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अरुण पाठक ने बताया कि जांच की जा रही है।