न्यूयॉर्क । कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भारत को महिलाओं के लिहाज दुनिया का सबसे खतरनाक देश बताने वाले सर्वेक्षण को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह सर्वेक्षण तथ्यों से मेल नहीं खाता। उन्होंने स्वीकार किया कि हाल के दिनों में भारत में महिलाओं के लिहाज से असुविधाजनक माहौल निर्मित हुआ है, लेकिन स्थितियां वैसी नहीं हैं, जैसी की रिपोर्ट में दर्शाई गई हैं।
थरूर ने आश्चर्य जताया कि अफगानिस्तान, सीरिया और पाकिस्तान को इस सूची में भारत से बेहतर स्थिति में रखा गया है। थॉम्सन रॉयटर्स फाउंडेशन ने महिला मामलों के करीब 550 विशेषज्ञों के साथ बातचीत के आधार पर अपने सर्वेक्षण में भारत को महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देश बताया। थरूर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में महिलाओं के साथ कुछ दुखद घटनाएं हुई हैं। एक कार्यक्रम के दौरान थरूर ने कहा यह कुछ ऐसा है, जिस पर प्रत्येक भारतीय शर्मिंदा है।
भारतीय पुरूष इसे लेकर विशेष रूप से शर्मिंदा हैं। उन्होंने कहा कि भारत को महिलाओं के लिए दुनिया का सबसे खतरनाक देश बताने जैसा हल्का बयान पचाने लायक नहीं है। गैर सरकारी संगठन इंडो-अमेरिकन आर्ट्स काउंसिल ने थरूर को उनकी किताबों
‘ एन इरा ऑफ डार्कनेस : द ब्रिटिश एंपायर इन इंडिया’ और ‘व्हाई आई एम ए हिन्दू’ पर बातचीत करने के लिए बुलाया था। थरूर ने बताया, लैंगिक संवेदनशीलता बढ़ाने, शिक्षा , बेहतर पुलिसिंग, पुलिस बलों में महिलाओं की संख्या बढ़ाने आदि की बात कही जा रही है, ताकि भारतीय महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थान बन सके।