लॉकडाउन में प्यार, अनलॉक होते फरार,लव-सेक्स और धोखे में फंसी 493 लड़कियां

 

गोरखपुर में सोशल मीडिया के जरिये 2021 से लड़कियों के साथ होने वाले क्राइम की घटनाएं काफी बढ़ी हैं। इस दौरान यहां की 493 नाबालिग लड़कियां लव, सेक्स और धोखे का शिकार हुई हैं। इनमें से 302 अपने ब्यॉयफ्रेंड संग घर छोड़कर भागीं, जबकि 191 के साथ रेप हुआ।

इसकी बड़ी वजह कोविड काल में ऑनलाइन पढ़ाई और मोबाइल फोन का इस्तेमाल सामने आया है। सोशल मीडिया पर प्यार और दोस्ती के चक्कर में पड़कर लड़कियों के प्रेमी संग फरार हो जाने के मामले काफी बढ़े हैं।

बॉयफ्रेंड के लिए घर से भागीं
पाक्सो एक्ट के यानी नाबालिग लड़कियों के साथ रेप के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लड़कियां सोशल मीडिया पर पहले दोस्ती और फिर प्यार के चक्कर में पड़कर बॉयफ्रेंड के साथ घर से फरार हो रही हैं। इसके बाद जब पुलिस इन्हें बरामद करती है, तो पता चलता है कि किसी ने फेसबुक पर दोस्ती की थी, तो किसी का प्यार इंस्टाग्राम पर परवान चढ़ा था।

फेसबुक पर दोस्ती कर किडनैप किया, फिर डर्टी पिक्चर बनाने ग्वालियर ले गई
ऐसा ही ताजा मामला गुरुवार को भी सामने आया है। ग्वालियर की एक कॉमन जेंडर लेडी ने पिपराइच की किशोरी से पहले फेसबुक पर दोस्ती की। फिर फिल्म में काम दिलाने का झांसा देकर उसका अपहरण कर लिया।

उसे अपने साथ ग्वालियर ले गई। वहां उसको 10 दिन तक बंधक बनाकर रखा। उसके साथ सेक्स किया और इसका वीडियो भी बना लिया। वह एडल्ट फिल्म बनाकर पैसे कमाना चाहती थी। पुलिस उसे गिरफ्तार कर गुरुवार को ट्रांजिट रिमांड पर गोरखपुर लाई और कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।

ऐसे 4 मामलों से समझिए गोरखपुर की डर्टी पिक्चर…

केस: 1
इस मामले की शुरुआत मार्च 2022 से हुई। झंगहा इलाके की एक नाबालिग लड़की की नाबालिग लड़के से दोस्ती हो गई। इंस्टाग्राम पर एक-दूसरे को फॉलो कर हुई दोस्ती कुछ ही दिनों में प्यार में बदल गई। इसकी जानकारी लड़की के परिवार वालों को होने पर सख्ती की। दोनों ने शादी तक की प्लानिंग की और घर छोड़ फरार हो गए।

मामला पुलिस तक पहुंचा। कभी उनकी लोकेशन चेन्नई, तो कभी मुंबई सहित अलग-अलग राज्यों में मिली। दो महीने की मशक्कत के बाद पुलिस ने दोनों को 19 मई 2022 को मुंबई से बरामद किया। इसके बाद दोनों को गोरखपुर लाकर बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया।

केस: 2
यह मामला 2022 की शुरूआत का है। शहर के तिवारीपुर इलाके की एक लड़की की पड़ोस में रहने वाले एक लड़के से सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई। लड़की की मां दुकान पर बैठती थी। कुछ दिनों बाद परिवार के लोगों को इसकी जानकारी हुई। परिवार वालों ने बेटी से मोबाइल वापस ले लिया। कुछ दिनों बाद वह प्रेमी संग फरार हो गई। मामला पुलिस तक पहुंचा तो लड़की को 13 जनवरी 2022 को बरामद कर लिया गया। लड़के को केस दर्ज कर जेल भेजा गया और लड़की को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया।

केस: 3
खोराबार इलाके की एक नाबालिग लड़की को सोशल मीडिया के जरिए एक लड़के से प्यार हो गया। लॉकडाउन से लेकर अब तक यानी कि पिछले डेढ़ साल में अपने प्रेमी संग वह तीन बार भाग चुकी है। पहली बार पुलिस उसे चंडीगढ़ से बरामद कर लाई। दूसरी बार लुधियाना और तीसरी बार गुड़गांव से 17 अगस्त 2021 को पकड़ा गया। लड़की अपनी जिद पर अड़ी रही कि वह रहेगी, तो अपने प्रेमी के ही साथ। इसके बाद पुलिस ने भी थक-हारकर घरवालों को सलाह दी कि प्रेमी से ही उसकी शादी करा दें। बाद में परिवार वालों ने दोनों की शादी करा दी।

केस: 4
कैंट इलाके की एक नाबालिग लड़की की सोशल मीडिया पर एक लड़के से दोस्ती हो गई। 2021 में वह प्रेमी संग फरार हो गई। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज किया। पुलिस ने उसकी बरामदगी 9 जून 2021 को की। करीब एक साल बाद पता चला कि वह बालिग है और अपने प्रेमी से शादी कर रह रही है। इसके बाद पुलिस ने परिजनों को समझाकर उसे प्रेमी संग रहने दिया।

19 मई को तीन लड़कियां हुई थीं बरामद
गोरखपुर पुलिस ने 19 मई को 3 नाबालिग लड़कियों को बरामद किया है। पुलिस ने इनके अपहरणकर्ता प्रेमियों को भी गिरफ्तार किया है। सिकरीगंज पुलिस ने 19 मई को अपहरण के आरोपी बुधनापुर निवासी धीरज को गिरफ्तार कर किशोरी को बरामद किया। वह प्रेमी संग दिल्ली चली गई थी।

इसी तरह हरपुर बुदहट पुलिस ने कुईकोल निवासी आकाश को गिरफ्तार कर किशोरी को बरामद किया। बेलघाट पुलिस ने अपहरण के आरोपी अजीत उर्फ आकाश को गिरफ्तार कर नाबालिग बेटी को बरामद किया है। इसी तरह रोज दो से तीन अपहरणकर्ता प्रेमी को गिरफ्तार कर नाबालिग बेटियों को पुलिस बरामद करती है।

105 दिन में भागीं 500 लड़कियां
पुलिस के मुताबिक, पिछले दो साल में कोरोना का कहर रहा। लॉकडाउन लगा रहा। इससे नाबालिग लड़कियों के प्रेमी संग भागने के केस में कमी आई थी। जैसे ही कोरोना का कहर कम हुआ, इस साल यानी जनवरी 2022 से 15 अप्रैल 2022 तक 500 लड़कियां भाग गईं। पुलिस का कहना है कि खास बात यह है कि ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों की रहने वाली लड़कियां घर छोड़कर भाग रही हैं। शहरी इलाकों की लड़कियों के भागने की संख्या कम है।

घर छोड़ बड़े शहरों का करती है रुख
पुलिस के अनुसार, नाबालिग लड़कियां प्रेमी संग घर छोड़कर जिले से काफी दूर निकल जा रही हैं। ये अक्सर हैदराबाद, लुधियाना, चंडीगढ़, ​दिल्ली, मुंबई, पुणे, कोलकाता, चेन्नई जैसे बड़े शहरों में चली जाती हैं और प्रेमी संग रह रही हैं। इससे पुलिस को उनकी तलाश करने में दिक्कत आ रही है।

पहले से बढ़े हैं केस
जिला प्रोबेशन अधिकारी सरबजीत सिंह का कहना है कि इस तरह के मामले मार्च 2022 में काफी बढ़े हैं। धारा 366 और 366 के साथ ही पॉक्सो एक्ट के जो भी मामले सामने आते हैं, उन्हें बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाता है। DIG रेंज जे. रविंदर गौड़ का कहना है कि पुलिस लगातार नाबालिग बेटियों को बरामद करने का काम कर रही है। सभी शिकायतों पर सक्रियता से कार्रवाई कराई जाती है। इस साल अभी तक संख्या कुछ बढ़ी है, सभी को बरामद करने का निर्देश दिया है।

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