एएमयू का बजट सौ करोड़ किए जाने की मांग – कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को भेजा ज्ञापन
फतेहपुर। केंद्रीय मंत्रालय द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रत्येक वर्ष कम किए जा रहे बजट पर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग ने नाराजगी का इजहार किया और कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को संबोधित एक ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपकर एएमयू का बजट सौ करोड़ किए जाने की मांग की गई।
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के जिलाध्यक्ष बाबर खान एडवोकेट की अगुवाई में पदाधिकारी व कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी का बजट प्रत्येक वर्ष घटाए जाने पर नाराजगी का इजहार किया। तत्पश्चात केंद्रीय शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपकर बताया कि मंत्रालय द्वारा यूनीवर्सिटी को इस साल सिर्फ सवा नौ करोड़ रूपए का बजट आवंटित किया गया है। बजट में यह कमी वर्ष 2018 से जारी है। बताया कि यह यूनीवर्सिटी वैश्विक रैकिंग में 801 है तो वहीं भारत सरकार की अपनी रैकिंग मेंयह 10 वें स्थान पर है और इंडिया टुडे की जारी सरकारी विश्वविद्यालयों की रैकिंग में यह चौथे स्थान पर है जो इस विश्वविद्यालय के शानदार शैक्षणिक स्तर को प्रमाणित करता है। ऐसे में होना तो यह चाहिए था कि सरकार इसे आर्थिक तौर से और मजबूत कर बेहतर अकादमिक ऊंचाईयों को हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करती। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। मांग किया कि बजट बढ़ाकर सौ करोड़ किया जाए, एएमयू के पांच कैंपस में सिर्फ तीन मुर्शिदाबाद, किशनगंज और मल्लमपूरम ही चल रहे हैं और इनकी आर्थिक स्थिति खराब है इसलिए इन तीनों कैंपसों को पर्याप्त बजट मुहैया कराया जाए और महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में इसके प्रस्तावित कैंपसों को शुरू किया जाए, मौजूदा वाइस चांसलर का टर्म पूरा हो चुका है नए वाइस चांसलर की नियुक्ति की प्रक्रिया को तत्काल शुरू किया जाए तथा शिक्षकों के रिक्त पदों को तत्काल भरा जाए। इस मौके पर प्रदेश महासचिव मिसबाहुल हक, प्रदेश सचिव इरफान फारूकी, संतोष कुमारी शुक्ला एडवोकेट, मो. आलम, मो. सरवर, चंद्र प्रकाश लोधी एडवोकेट, मोहम्मद आलम, चौधरी मोईन राईन, आशीष गौड़ एडवोकेट भी मौजूद रहे।