फतेहपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त रूख के बावजूद प्रदेश में अवैध कब्जे के मामले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिसकी प्रमुख वजह यह है कि कहीं न कहीं सरकारी मशीनरी इसकी जिम्मेदार है। मंगलवार को एक मामला प्रकाश में आया जहां गरीब वृद्धा के आवासीय पट्टे के मकान पर दबंगों ने कब्जा कर लिया और गरीब वृद्धा को घर से बाहर निकाल दिया। पीड़िता अब न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। पीड़िता ने डीएम को शिकायती पत्र सौंपकर दबंगों से मकान खाली कराकर दंडात्मक कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में हथगाम थाना के ग्राम टेसाही बुजुर्ग गांव निवासी गरीबन पुत्री इमामुद्दीन बेहद गरीब व वृद्धा है। एसडीएम खागा ने 02 सितंबर 1993 को आवासीय पट्टा किया था। पट्टा के आधार पर उसने भूमि पर मकान बना लिया और रह रही है। बताया कि ग्राम के मो. अली पुत्र अब्दुल कलाम, सीमा पत्नी मो. अली निवासीगण टेसाही बुजुर्ग ने जबरन उसके मकान पर अवैध कब्जा कर लिया और अब मकान खाली नहीं कर रहे हैं। मना करने पर गाली-गलौज व मारपीट पर अमादा हैं। बताया कि उसे बराबर जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं। पीड़िता ने बताया कि वह असहाय गरीब महिला है। उसके पास अन्य कोई दूसरा मकान नहीं है। उसकी शादी हुई थी कि वह ससुराल नहीं गई। इस वजह से अब उसका कोई नही है। इसका फायदा दबंग उठा रहे हैं। पीड़िता ने बताया कि कई बार उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत कराया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उसने जिलाधिकारी से आवासीय पट्टे पर बने मकान से अवैध कब्जा हटवाकर दबंगों के खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई किए जाने की गुहार लगाई है।