यूपी के बाराबंकी में एक शख्स ने दो दिन पहले अपनी पत्नी की हत्या कर शव को छिपा दिया। फिर सम्पत्ति विवाद में सगे बड़े भाई की हत्या कर खुद को गोली मार ली। यही नहीं मझले बेटे को बचाने गए पिता पर भी बांके से हमला कर उन्हें घायल कर दिया। पुलिस ने घायल हत्यारोपी और पिता को सीएचसी हैदरगढ़ पहुंचाया जहां से हालत गंभीर होने के चलते डॉक्टरों ने दोनों को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया है।
शुकुलपुर गांव निवासी राज नारायण शुक्ल के राघव सरन, अजय, अखिलेश उर्फ विजय और अनिल चार बेटे थे। सभी अलग अलग रहते हैं। राज नारायण अखिलेश (32) व बहू अंजलि (30) के साथ रहते थे। अखिलेश और अजय के बीच जमीन के बंटवारे का विवाद था। शुक्रवार की सुबह अखिलेश ने अपने घर में बड़े भाई अजय व छोटे भाई अनिल को जमीन के बंटवारे के समझौते के लिए बुलाया। तीनों भाई बैठ कर बात कर रहे थे। तभी अखिलेश ने अनिल को कोल्ड ड्रिंक लाने के लिए भेज दिया। अनिल के जाते ही अखिलेश ने बांके से अजय पर ताबड़तोड़ कई वार किए। पिता राजनारायण शुक्ल बीच बचाव करने लगे जिस पर अखिलेश ने उन पर भी हमला कर घायल कर दिया।
पुलिस पहुंची तो अखिलेश तमंचा लेकर छत पर चढ़ गया और अपने गले पर गोली मार ली। घायल आरोपी अखिलेश ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी अंजलि (30) उसके छोटे भाई से बात करती थी। कई बार मना करने पर वह नहीं मानी। दो दिन पहले अखिलेश ने पत्नी अंजलि की हत्या कर शव को घर के बगल बंगले में छिपा दिया है।
छोटे भाई से पत्नी के अवैध सम्बंध के शक में युवक ने दो दिन पहले ही बांके से पत्नी की हत्या कर दी थी। इसके बाद उसे शव को घर के पीछे बंगले में पालीथीन व बोरी के नीचे छिपा दिया था। इसके बाद से ही उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। जिसके चलते शुक्रवार की सुबह घर के सामने तीन बिस्वा सहन की जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया।
जिससे आक्रोशित युवक ने अपने भाई की बांके से हत्या कर दी। बीच बचाव करने पर पिता को भी बांके से घायल कर दिया। इसके बाद स्वयं को गोली मार कर खुदकुशी का प्रयास किया। घायल हत्यारोपी और पिता ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं।
तीन बिस्वा जमीन के लिए की भाई की हत्या
सुबेहा थाना के शुकुलपुर गांव निवासी राजनरायन शुक्ल के चार बेटे राघव सरन, अजय, अखिलेश शुक्ल उर्फ विजय, अनिल उर्फ गोलू थे। चारो अलग-अलग रहते थे। जमीन का बंटवारा भी आपस में हुआ था। राजनरायन शुक्ल बेटे अखिलेश (32) व बहू अंजली (30) के साथ रहते थे। अखिलेश के घर के सामने सहन तीन बीघा सहन की जमीन थी। अजय इस जमीन में हिस्सा मांग रहा था। जिसको लेकर काफी समय उनके बीच विवाद चल रहा था।
छोटे भाई को कोल्ड ड्रिक के बहाने भेजा
शुक्रवार की सुबह अखिलेश ने बड़े भाई अजय व छोटे भाई अनिल को बुलाया। तीनों पिता राजनरायन के पास बैठ कर जमीन बंटवारे की बात करने लगे। इसी दौरान अखिलेश ने अनिल को कोल्ड ड्रिंक लाने के लिए भेज दिया। इसके बाद उसने अजय पर बांके से हमला कर दिया। ताबड़ तोड़ कई वार करने से अजय की मौके पर मौत हो गई। अखिलेश ने बांके से पिता राज नरायन को भी घायल कर दिया।
चौथे प्रयास में लगी गोली
लोगों ने डायल-112 पर पुलिस को हत्या की जानकारी दी। पुलिस को देख कर अखिलेश घर की छत पर चढ़ गया। उसके हाथ में तमंचा था। पुलिस उसे सकुशल नीचे उतारने के लिए का प्रयास कर रही थी। लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थी। करीब 45 मिनट तक चले मानमनौव्वल में आरोपी अखिलेश ने तमंचा अपने गले पर तीन बार सटा कर फायर किया लेकिन फायर मिस हो गया। चौथी बार गोली चल गई और वह घायल हो गया। पुलिस ने घायल अखिलेश व इसके पिता राज नरायन को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया है।
एक साल पहले छोटे भाई को घर से अलग किया
बड़े भाई अजय की हत्या के बाद आरोपी अखिलेश तमंचा लेकर छत पर चढ़ कर चिल्लाते हुए अपनी पत्नी अंजली की हत्या बुधवार की रात किए जाने की बात कही। जिसे सुनकर सभी सन्न रह गए। अखिलेश ने बताया कि उसकी शादी करीब तीन साल पहले अंजली से हुई थी। तब उसका छोटा भाई अनिल उसके साथ ही रहता था। वह अंजली से अकसर बात करता था। जिससे वह अंजली को बात करने से मना करता था। लेकिन कोई सुधार नहीं हो रहा था। इसपर एक साल पहले अखिलेश ने अनिल को एक साल पहले घर से अलग कर दिया था। इसके बाद भी दोनों की बातचीत कम नहीं हुई। बुधवार की रात पत्नी अंजली की बांका से हत्या कर दिया और शव को घर के पीछे बंगला में पालीथीन बोरियों से छिपा दिया था। अखिलेश की कोई संतान नहीं थी।