पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी कैबिनेट में कद्दावर मंत्री पार्थ चटर्जी को ED गिरफ्तार कर लिया है। करीब 24 घंटे की पूछताछ के बाद ED ने ये कार्रवाई की है। पार्थ के अलावा उनकी करीबी अर्पिता को भी हिरासत में ले लिया है। पार्थ के घर के बाहर CRPF को तैनात किया गया है। ED चटर्जी को कोलकाता ऑफिस ले गई है।
हाईकोर्ट ने दिया CBI जांच का आदेश, फिर ED की एंट्री
पश्चिम बंगाल में 2014 और 2016 में शिक्षकों की भर्ती हुई थी। नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाते हुए दो कैंडिडेट्स ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट ने इस मामले में CBI जांच के आदेश दिए थे। कोर्ट ने इसमें मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका जताते हुए CBI जांच के आदेश दिए थे।
CBI ने चटर्जी से 25 अप्रैल और 18 मई को पूछताछ की थी, क्योंकि वे 2014 से लेकर 2021 तक राज्य के शिक्षा मंत्री थे। पूछताछ के बाद CBI ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत दर्ज कराई। जांच एजेंसी की शिकायत के बाद मामला ED के हाथ में चला गया।
चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर मिले 20 करोड़
शुक्रवार को ED की कई टीमों ने एक साथ पार्थ समेत उनके करीबियों के यहां छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक छापेमारी के दौरान ED की टीम को अर्पिता मुखर्जी के बारे में जानकारी मिली थी। रेड के दौरान अर्पिता के घर से ED को 20 करोड़ कैश मिले थे।
अर्पिता के घर से कैश बरामद होने के बाद शुक्रवार रात 11 बजे ED की एक टीम पार्थ के घर पहुंची। रातभर पूछताछ के बाद शनिवार सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद पार्थ के घर के बाहर CRPF तैनात कर दी गई।
ममता सरकार में नंबर-2 की हैसियत रखते हैं पार्थ
कोलकाता की बहला पश्चिम सीट से पांच बार के विधायक पार्थ चटर्जी ममता बनर्जी की सरकार में नंबर-2 की हैसियत रखते हैं। उनके पास वाणिज्य, उद्योग, संसदीय कार्य समेत कई मंत्रालयों का प्रभार है। चटर्जी 2011 से कैबिनेट मंत्री हैं। वे 2006 से 2011 तक बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं।
TMC ने साधी चुप्पी, कानूनी राय ली जा रही
पार्थ चटर्जी पर ED की कार्रवाई के बाद TMC ने वेट एंड वॉच की रणनीति अपना ली है। पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि उनके वकील इस मामले को देखेंगे। इसके बाद ही आगे की जानकारी दी जा सकेगी।