जेल के अंदर से भी नशे की तस्करी कर रहे तस्कर, हर बड़े रैकेट की जड़ें जेल से जुड़ीं

 

पंजाब में जेल सुधार गृह के स्थान पर नशे की तस्करी का अड्डा बन चुकी हैं। पंजाब में कोई भी बड़ा तस्करी का रैकेट ध्वस्त होता है तो उसकी जड़ें जेल में आकर ही रुकती हैं। जेलों की चहारदीवारी में बंद तस्कर अंदर कैदियों को नशा बेच रहे हैं और पैसे का लेनदेन जेलों से बाहर हो रहा है। एक तरह से तस्करों का धंधा जेल के भीतर व बाहर बदस्तूर चल रहा है।

पंजाब में जेलों में नशा मुलाजिमों की मिलीभगत से ही पहुंच रहा है। हाल ही में श्री मुक्तसर साहिब में 10 साल की सजा भुगत रहे कैदी विपन कुमार उर्फ टीटी ने अपनी पत्नी को फोन कर वार्डन के माध्यम से नशे की गोलियां और सुल्फा मंगवाने की कोशिश की। रिकार्डिंग सामने आने पर जेल सुपरिंटेंडेंट की शिकायत पर वार्डन समेत 5 लोगों पर केस दर्ज करने के बाद वार्डन, कैदी की पत्नी और एक अन्य नशा तस्कर को गिरफ्तार कर लिया गया।

रिकार्डिंग चेक गई की तो पता चला कि कैदी ने अपनी पत्नी के अलावा एक अन्य व्यक्ति मीत उर्फ महीर निवासी कोटली रोड को भी कांफ्रेंस में लेकर बात की थी। इसमें उसने जेल के वार्डन कुलविंदर सिंह को 3 हजार रुपये देकर उसके हाथ 70 गोलियां और सुल्फा भेजने को कहा। अंदर नशा मुंह मांगे दाम पर बेचा जाता था और कैदियों को नशे का आदी बनाया जाता था।

थाईलैंड में बैठकर पंजाब में हेरोइन बनाने का तरीका सिखाने वाले आरोपी हरमिंदर सिंह उर्फ रोमी रंधावा की गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि पंजाब की कई जेलों में बंद कैदी नशा तस्करों के संपर्क में थे। 31 किलो हेरोइन, 6 किलो आइस और लग्जरी गाड़ियों के साथ पकड़े आरोपी पूर्व सरपंच गुरदीप राणों और उसके साथियों की जड़ें भी जेल में आकर रुकी थीं। अमृतसर की फतेहपुर जेल में दो हवालातियों से दो ग्राम हेरोइन और एक मोबाइल बरामद किया गया।

दरअसल जेलों की चहारदीवारी के भीतर कई कुख्यात नशा तस्कर बंद हैं और जेलों में मोबाइल फोन से वह अपना नेटवर्क चला रहे हैं। पिछले साल 31 अगस्त को कपूरथला पुलिस ने एक रैकेट ध्वस्त किया था, जिससे 20 किलो हेरोइन बरामद हुई थी और अंत में इसके तार कपूरथला जेल में आकर रुके थे। कुछ दिन पहले गुजरात से पकड़ी गई हेरोइन की खेप फरीदकोट जेल में बंद तस्कर बग्गा खान ने मंगवाई थी।

 

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