20 रुपये के लिए ले ली जान, स्कूली छात्रों के बीच खूनी जंग, 14 से 15 बार मारे चाकू

 

 

दक्षिण-पूर्व जिले के गोविंदपुरी थाना इलाके में मात्र 20 रुपये के लिए 14 वर्षीय किशोर की बीच बाजार में चाकू से ताबड़तोड़ वार कर बृहस्पतिवार रात को बेरहमी से हत्या कर दी गई। बीच बाजार में लोग तमीशबीन बने रहे, मगर कोई भी किशोर को बचाने आगे नहीं आया। आरोपियों ने पीड़ित किशोर पर चाकू से 14 से 15 वार किए गए। मजीदिया अस्पताल में किशोर ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया। गोविंदपुरी थाना पुलिस ने मामला दर्जकर हत्या आरोपी दो किशोर को पकड़ लिया। दोनों को शुक्रवार को जुबेनाइल जस्टिस बोर्ड में पेश कर बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।

दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार मृतक रेहान (14) व दोनों आरोपी ट्रांजिट कैंप, गोविंदपुरी में रहते हैं। रेहान के पिता स्क्रैप डीलर हैं। रेहान सरकारी स्कूल नंबर-2 में आठवीं कक्षा में पढ़ता था। आरोपी व रेहान के दोस्त डीडीए फ्लैट्स, कालकाजी स्थित सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार रेहान ने करीब दो दिन पहले आरोपी किशोर से 20 रुपये ले लिए थे और मारपीट भी की थी। इस बात पर आरोपी नाबालिग बहुत गुस्से में था।
बीच बाजार मारे चाकू
रेहान बृहस्पतिवार रात को अपने 14 व 16 वर्ष के दो दोस्तों के साथ ओखला एस्टेट में लगने वाले साप्ताहिक बाजार में कुछ खरीदारी करने गया था। तभी आरोपी किशोर (14) अपने दोस्त (17) के साथ वहां पहुंच गया। 17 वर्ष वाले आरोपी ने रेहान की पीछे से गर्दन पकड़ ली, 14 वर्षीय किशोर ने चाकू से रेहान पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। इसके बाद 17 वर्षीय किशोर ने भी रेहान पर वार कर किए। बताया जा रहा है कि दोनों ने 14 से 15 वार किए थे। रेहान के दोस्त भी दूर हो गए थे।

तमाशबीन बने रहे लोग

हत्या की ये वारदात बीच बाजार में हुई थी। सभी लोग तमाशबीन बने रहे, मगर कोई भी बचाने नहीं आया। किसी ने इसकी सूचना पुलिस को जरूर दे दी। मौके पर पहुंची पीसीआर ने रेहान का मौके पर प्राथमिक उपचार किया और फिर मजीदिया अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान रेहान की शुक्रवार सुबह मौत हो गई। आरोपियों को पकड़ने लिए एसीपी कालकाजी प्रदीप कुमार की देखरेख में गोविंदपुरी थानाध्यक्ष जगदीश यादव की टीम गठित की गई। इस टीम ने दोनों आरोपी को शुक्रवार को इलाके से पकड़ लिया।

किसी ने बीच-बचाव किया होता तो रेहान जिंदा होता

दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार जिस समय हत्या की ये वारदात हुई उस समय बाजार लगा हुआ था। मौके पर काफी संख्या में लोग थे। मगर रेहान को बचाने कोई सामने नहीं आया। हालांकि हमलवार भी कोई बड़े नहीं थे। लोग उनको आसानी से पकड़ सकते थे। लोगों ने बीच-बचाव किया होता तो रेहान आज जिंदा होता।

खून से सने कपड़ों के साथ घूम रहे आरोपी

वारदात के बाद आरोपी अपने घरों से फरार हो गए थे। उन्होंने कपड़े नहीं बदले थे और वह खून से सने कपड़े के साथ घूम रहे थे। इनके संदिग्ध हालत में घूमने पर पुलिस को संदेह हो गया और दोनों को इलाके से ही शुक्रवार को पकड़ लिया। आरोपियों ने बताया कि रेहान ने उनसे 20 रुपये ले लिए थे। रेहान उन पर अक्सर दादागिरी दिखाता रहता था।

 

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