राजस्थान के बांसवाड़ा में एक पति ने पत्नी को पेड़ से 7 घंटे तक बांधकर खूब पीटा। दरअसल उसने महिला को एक युवक के साथ देख लिया था। उस युवक के साथ भी आरोपी ने ऐसा ही सलूक किया। डंडे से पत्नी को मार रहे आरोपी पति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस तरह की घटना पहले भी देखी जा चुकी हैं।
सवाल यह है कि क्या अपने पार्टनर के लिए पजेसिव होना चाहिए। क्या पत्नी पर केवल पति का ही अधिकार होता है। अगर वह किसी और के साथ बात भी कर ले तो दूसरे पार्टनर को जलन या शक क्यों होता है।
पत्नी चिल्लाती रही पर पति ने कुछ नहीं सुना
पुलिस के मुताबिक बांसवाड़ा का यह वीडिया 29 जुलाई की देर रात सामने आया। 24 जुलाई को आरोपी की पत्नी किसी काम से बाहर गई थी। रास्ते में उसे उसका पुराना दोस्त मिल गया। उसने महिला को उसकी मौसेरी सास के घर छोड़ने की बात कही।
इसके बाद यह घटना हुई। इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। पुलिस ने आरोपी पति और समेत 4 लोगों को हिरासत में लिया।
ओथेलो सिंड्रोम हो तो होता है पार्टनर पर शक
नोएडा के मेट्रो हॉस्पिटल में मनोचिकित्सक अवनि तिवारी ने वुमन को बताया कि हर इंसान में जलन, पजेसिव जैसे इमोशन होते हैं। लेकिन जब यह एक सीमा से बाहर हो जाएं तो मानसिक बीमारी बन जाते हैं। इस तरह के मामले 2 वजहों से ज्यादा देखे जाते हैं। पहला है ओथेलो सिंड्रोम और दूसरा है शराब। ओथेलो सिंड्रोम में इंसान मन ही मन सोचता है कि उसकी पत्नी बेवफा है। वह भ्रम में जीता है। उसे लगता है कि वह षड्यंत्र का शिकार है।
इस सिंड्रोम का नाम शेक्सपियर के नाटक ‘ओथेलो’ से लिया गया है। इसमें ओथेलो नाम का व्यक्ति अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता है और उसकी हत्या कर देता है।
शराब पीने से इंसान को होता है भ्रम
जो लोग लंबे समय से शराब पी रहे होते हैं, वह डाइल्यूशन ऑफ इन्फिडेलिटी का शिकार होते हैं। यानी वह भ्रम में जीते हैं कि उनकी पत्नी का किसी और के साथ अफेयर है। ऐसे लोगों को सबूत दिखाने के बाद भी पार्टनर पर विश्वास नहीं होता।
भारत में इस तरह के सबसे ज्यादा मामले आते हैं। पत्नी परेशान रहती हैं कि पति उन पर शक कर रहे हैं। इन दोनों बीमारियों का इलाज दवा से संभव है।
अतीत में धोखा मिले तो नहीं होता भरोसा
रिलेशनशिप काउंसलर डॉक्टर गीतांजलि शर्मा ने बताया कि जब व्यक्ति असुरक्षित होता है तब उसमें किसी इंसान को लेकर एकाधिकार की भावना आ जाती है। पजेसिव होने की कई वजह हो सकती हैं। कई बार किसी के अतीत में कुछ ऐसी घटना घटी होती है या धोखा मिला होता है जिससे वह किसी पर भरोसा नहीं करता।
कई बार जलन भी उसे ऐसा बना देती है। वहीं, किसी व्यक्ति के बचपन में पेरेंट्स अलग हो गए हों या बच्चे को प्यार न मिला हो तब भी वह असुरक्षित महसूस करता है। बड़े होकर वह नहीं चाहता कि उसका पार्टनर किसी और से नजदीक आ जाए या वह उसे छोड़ दे।
कुछ लोगों को अटैचमेंट एंग्जायटी होती है। ऐसे इंसान को खुद में कमी दिखती है और उन्हें खुद पर विश्वास नहीं होता। जैसे उन्हें लगता है कि वह सुंदर नहीं है। अगर उनकी पार्टनर को सुंदर लड़का मिला तो वह उन्हें छोड़ देगी।
ज्यादातर कपल्स में दिखती है यह दिक्कत
ज्यादातर कपल्स एक दूसरे को लेकर पजेसिव होते हैं। डॉक्टर गीतांजलि शर्मा कहती हैं कि लड़के पजेसिव ज्यादा होते हैं जबकि लड़कियों में जलन की भावना ज्यादा देखने को मिलती है।
केस 1: पत्नी एक ऑफिस में जॉब करती थी। वह सजकर जाती थीं। हसबैंड को उनका सुंदर कपड़े पहनना पसंद नहीं था। एक दिन उन्होंने पत्नी के सारे कपड़े जला दिए।
केस 2: एक महिला डॉक्टर हैं। जब वह किसी पुरुष का इलाज करती थीं तो उनके पति को पसंद नहीं आता था। वह उन्हें बोल चुके हैं कि पुरुषों का इलाज न करें।
सेलिब्रिटी भी कम नहीं
बॉलीवुड में कई सेलिब्रिटी इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि वह अपने पार्टनर के लिए पजेसिव हैं। कुछ ने तो अपने पार्टनर पर शक के चलते हाथ तक उठा दिया था। सलमान खान जब ऐश्वर्या राय के साथ रिलेशनशिप में थे तब वह उन्हें लेकर काफी पजेसिव हो गए थे। जब उनका ब्रेकअप हुआ तब भी वह उनका पीछा करते रहे।
यही नहीं, एक इंटरव्यू में शाहरुख खान ने यह स्वीकार किया कि वह गौरी खान को लेकर पजेसिव हैं। इसके अलावा रणवीर सिंह जब दीपिका पादुकोण के नजदीक आए तो वह अक्सर उनके फिल्मों के सेट पर पहुंच जाते थे। इसकी वजह यही थी। सैफ अली खान ने भी मीडिया के सामने इस बात को कबूल किया जब कोई को एक्टर करीना के करीब आता था तो उन्हें जलन होती थी।