प्रेमी फिरोज का उस्तरे से गला काटकर सूटकेस में लाश ठिकाने लगाने की कहानी में नया मोड़ आया है। गाजियाबाद के फ्लैट में लिवइन में रहने वाली प्रेमिका प्रीति फिरोज से पहले 3 पति छोड़ चुकी है। इनमें दो सहारनपुर के रहने वाले हैं। पूछताछ में ये भी सामने आया कि प्रीति उसका असली नाम नहीं है।
वो सहारनपुर के जाटवनगर में रहने वाली ननिता उर्फ नोनू है। अभी तक जो कहानी सामने आई, उसमें फिरोज शादी ने इनकार कर रहा था। प्रीति शादी करना चाहती थी। इसी मुद्दे पर झगड़ा होने के बाद मर्डर हुआ। अब ये कहानी भी बदल चुकी है। दरअसल प्रीति ही शादी नहीं करना चाहती थी। वो लिवइन में ही रहना चाहती थी। फिरोज लगातार शादी का दबाव बना रहा था। इससे परेशान होकर प्रीति ने उसको रास्ते से हटा दिया।
2 शादियां सहारनपुर में करने के बाद 2017 में आई थी गाजियाबाद
प्रीति जाटव बिरादरी से संबंध रखती है। प्रीति ने 2014 में घर से भागकर संजय से शादी की थी। वो जनता फ्लैट्स में रहता था। संजय का सहारनपुर में दीपक मेडिकल स्टोर है। जिसके बाद से परिवार ने उससे संबंध खत्म कर दिया था। संजय से प्रीति का रिश्ता करीब डेढ़ साल चल सका। जिसके बाद नंदनगरी के रहने वाले किशन से उसने शादी रचा ली। ये शादी एक साल तक ही चली।
2017 में प्रीति गाजियाबाद चली गई। इसके बाद उसने वहां पर दीपक यादव से शादी की। कुछ ही दिनों के बाद दीपक को भी छोड़ दिया। इसके बाद प्रीति ने फिरोज के साथ लिवइन रिलेशन में रहना शुरू कर दिया।
शादी को लेकर रहता था झगड़ा
जानकारी के अनुसार, प्रीति और फिरोज पिछले 4 साल से लिवइन रिलेशनशिप में रह रहे थे। दोनों के बीच हमेशा शादी की बात को लेकर झगड़ा होता था। शनिवार दोपहर को भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ। लेकिन झगड़ा इतना बढ़ गया कि प्रीति ने कमरे में रखा उस्तरा फिरोज की गर्दन पर मार दिया।
फिरोज की मौके पर ही मौत हो गई थी। प्रेमिका ने 24 घंटे तक फिरोज के शव को फ्लैट में रखा। शव को ठिकाने लगाने के लिए वह पहले बाजार से एक सूटकेस खरीदकर लाई थी। शव को सूटकेस में रख दिया। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन की तरफ जाने की तैयारी में थी।
सोमवार सुबह करीब 3.30 बजे ऑटो का इंतजार कर रही थी। मगर गश्त करती हुई पुलिस पहुंच गई। एक लड़की को सूटकेस के साथ रोड साइड देखकर पुलिस पूछताछ करने लगी। प्रीति की घबराहट की वजह से पूरा केस खुल गया।