इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव जुनेजा की पत्नी रेशमी की हत्या का राज गुरुवार को पुलिस ने खोल दिया। हत्याकांड को हादसे में बदलने वाले इस घटनाक्रम से पुलिस ने पर्दा उठाया तो हर कोई हतप्रभ रह गया।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव जुनेजा की पत्नी रेशमी की हत्या का राज गुरुवार को पुलिस ने खोल दिया। हत्याकांड को हादसे में तब्दील करने वाले इस घटनाक्रम से पुलिस ने पर्दा उठाया तो हर कोई हतप्रभ रह गया। फिल्मी स्टाइल में कत्ल कर उसे हादसा दिखाने को शव पर गाड़ी चढ़ाई गई। अधिवक्ता ने अपनी ही पत्नी के कत्ल की सुपारी 50 हजार रुपये में दी थी। बीस हजार रुपये एडवांस दिए गए। कत्ल की योजना चैंबर में बनी और हत्या घर में कर दी गई।
पुलिस ने अतरसुइया के राजीव जुनेजा, उसके जूनियर दरियाबाद निवासी फिरोज अहमद, सिराथू सैनी कौशाम्बी के इरशाद खान को गिरफ्तार कर हत्याकांड से पर्दा उठाया। आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल लोहे की राड, हथौड़ा, स्विफ्ट कार और 20 हजार रुपये बरामद कर लिये।
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने गिरफ्तारी के बाद पत्रकारों को घटनाक्रम की जानकारी दी। एसएसपी के मुताबिक, अधिवक्ता राजीव की शादी 14 जून 2019 को हटिया मुट्ठीगंज निवासी रेशमी सोनकर से हुई थी। शादी के बाद से दोनों के रिश्ते खराब होते गए। आठ अगस्त की रात राजीव ने सूचना दी कि उसकी पत्नी मंदिर गई थी तभी तेज रफ्तार बोलेरो ने टक्कर मार दी। हादसे में उसकी मौत हो गई।
अधिवक्ता ने अतरसुइया थाने में केस दर्ज करा दिया। हालांकि रेशमी के भाई ने आरोप लगाया कि दहेज की मांग हो रही थी। उसने हत्या का शक जताया। दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच करने लगी। थानाध्यक्ष योगेश प्रताप ने कड़ियां जोड़नी शुरू कीं। जांच से साफ हुआ कि वहां से बोलेरो नहीं गुजरी थी। इसके बाद पुलिस टीम ने कइयों से पूछताछ की। अधिवक्ता से सवाल जवाब हुए तो वह टूटने लगा और कत्ल की कहानी खुल गई।
फिल्मों जैसी साजिश रची
एसएसपी शैलेश पांडेय ने बताया कि अधिवक्ता ने फिल्मों जैसी साजिश रची। कत्ल की योजना बनाकर उसे आत्महत्या दर्शाने को गवाह भी तैयार किए। उसने अपने असिस्टेंट फिरोज, बहन नताशा के साथ मिलकर तैयारी की। जूनियर फिरोज ने कौशाम्बी से इरशाद को बुलाया। तय हुआ कि हत्या के बाद उसे 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
एडवांस के तौर पर 20 हजार रुपये दिए गए। हत्या में नींवा धूमनगंज के रहने वाले दूसरे फिरोज को भी शामिल किया गया। इन सबने मिलकर रेशमी की हत्या कर दी। इसके बाद कार से शव सड़क पर ले गए और उस पर गाड़ी चढ़ा दी। सुपारी देने के लिए बीस हजार रुपये का इंतजाम अधिवक्ता की बहन नताशा ने किया था। नताशा और फिरोज की तलाश चल रही है।