अवैध धंधों में लिप्त होटलों में आबरू लुटने का खेल शुरू – दो होटलों में दुष्कर्म की वारदातें होने के बावजूद नहीं लग रही लगाम – कई होटलों का सच सामने आने के बाद भी पुलिस साधे चुप्पी
फतेहपुर।प्रदेश में योगी सरकार की पुनरावृत्ति होने के बाद लोगों में आस जागी थी कि इस बार महिला अपराधों में अंकुश जरूर लगेगा क्योंकि सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार महिला अपराधों को रोकने के लिए नई-नई योजनाएं ला रहे हैं लेकिन इसका कितना असर हो रहा है यह किसी से छिपा नहीं है। जिले में इन दिनों कुकरमुत्तों की तरह बने होटलों में अवैध धंधे जहां जोरों पर हैं वहीं अब महिलाओं व युवतियों की आबरू लुटने का खेल भी इन स्थानों पर शुरू हो गया है। दो होटलों में दुष्कर्म की वारदातें सामने आने के बावजूद पुलिस प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। कई होटलों का काला सच बाहर आने के बावजूद पुलिस प्रशासन की चुप्पी समझ से परे है।
शहर के होटलों में जिस तरह दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे है उससे तो ऐसा ही लगता है कि शहर के होटल अय्याशी का केंद्र बन गए हैं।शहर के बीचों बीच बने होटल हों या फिर आउटर एरिया के होटल अधिकांश होटलों में अवैध धंधों को अंजाम दिया जा रहा है।यहां न केवल शराब पी जाती है, बल्कि पर्दे के पीछे काले कारनामों को भी अंजाम दिया जाता है। इसके बाद भी इन होटल मालिकों पर पुलिस लगाम लगाने में निष्क्रिय दिखती है। जिसके चलते इन होटलों में बिना किसी डर के आबरू लूटी जाती है। शहर के होटलों का काला सच सामने आने के बाद भी प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी पुलिस को नहीं है लेकिन महीने में मिलने वाली रकम के चलते पुलिस इन अवैध कामों को नजर अंदाज करती है। अभी हाल की बात करें तो एक सप्ताह के अंदर शहर के दो होटलों में दुष्कर्म की वारदातें सामने आई है। इसके पहले भी कई होटलों के नाम सामने आ चुके है लेकिन प्रशासन की चुप्पी के चलते यह सिलसिला बदस्तूर जारी है। शहर के कलक्टरगंज, जीटी रोड, लखनऊ बायपास, लोधीगंज बाईपास, राधानगर, हरिहरगंज आदि स्थानों पर होटल केवल अय्याशी के लिए ही खुले हैं। इनका धंधा ही अय्याशी पर टिका हुआ है। होटल संचालक इन कामों के लिए मनचाहा पैसा वसूल करते हैं। नाम न छापने की शर्त पर कुछ जानकारों ने बताया कि होटल संचालक एक घंटे के डेढ़ से दो हजार रुपया चार्ज करते हैं। अय्याशी करने के लिए लड़के यहां लड़कियों को जबरन लाते हैं और यह होटल संचालक इनको कमरा उपलब्ध कराकर आबरू लुटवाने का काम कर रहे हैं। इन होटलों में यदि प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करे तो इन घटनाओं पर लगाम लग सकती है।