भारतीय पोस्ट उड़ाने आया पाकिस्तानी आतंकी गिरफ्तार, बोला- PAK कर्नल ने 30 हजार रुपए दिए, घायल आतंकी को भारतीय जवानों ने दिया खून 

 

 

भारतीय सेना ने एक पाकिस्तानी आतंकवादी को गिरफ्तार किया है, जिसने बड़े खुलासे किए हैं। आतंकवादी ने बताया कि एक पाकिस्तानी कर्नल ने उसे भारतीय पोस्ट पर हमला करने के लिए 30 हजार पाकिस्तानी रुपए (10,980 भारतीय रुपए) दिए थे।

यह बातें उसने वीडियो पर कबूल की हैं, जिसे न्यूज एजेंसी ने जारी किया है। यह आतंकवादी पहले भी भारतीय फौजों की गिरफ्त में आ चुका है। इस बार इसे राजौरी में लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के पास घुसपैठ के दौरान गिरफ्तार किया गया।

बॉर्डर की फेंसिंग काटते वक्त पकड़ा गया
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 21 अगस्त को आतंकवादी तबारक हुसैन अपने 4-5 साथियों के साथ LoC बॉर्डर के पास घुसपैठ की कोशिश कर रहा था। वह भारतीय पोस्ट के करीब तार काटने की कोशिश कर रहा था, तभी जवानों ने उसे देख लिया। जवानों ने उसे ललकारा, इसके बाद तबराक ने भागने की कोशिश की। फायरिंग में वह घायल हो गया और जिंदा पकड़ा गया।

उसके बाकी साथी घने जंगलों का फायदा उठाकर भाग गए। घायल तबराक को तुरंत मेडिकल ट्रीटमेंट दिया गया। ठीक होने पर उसने बताया कि वह पाकिस्तान के कोटली जिले का रहने वाला है। पूछताछ में उसने भारतीय पोस्ट पर हमले की साजिश का खुलासा किया।

1-2 फॉरवर्ड पोस्ट की रेकी की थी
तबारक ने बताया कि उसे पाकिस्तानी कर्नल यूनुस चौधरी ने पोस्ट पर हमले के लिए भेजा था और उसे 30 हजार पाकिस्तानी रुपए दिए थे। अपने साथियों के साथ तबराक ने 1-2 फॉर्वर्ड पोस्ट की रेकी भी की थी, ताकि मौका मिलने पर हमला किया जा सके। कर्नल ने उसे यह टारगेट उसी दिन दिया था, जिस दिन उसकी गिरफ्तारी हुई।

2016 में भी हो चुका है गिरफ्तार
तबारक को 2016 में भी इसी इलाके में भारतीय सेना ने गिरफ्तार किया था। तब वह अपने भाई हारून अली के साथ आया था। हालांकि, तब सेना ने उसे मानवीयता के आधार पर रिहा कर दिया था। उसे नवंबर 2017 में पाकिस्तान वापस भेज दिया था।

घुसपैठ की कोशिशें तेज, 22-23 अगस्त को मारे गए 2 आतंकवादी

22-23 अगस्त को एक दूसरे ऑपरेशन में नौशेरा के लैम सेक्टर में 3 आतंकवादियों ने घुसपैठ की कोशिश की। जवान इन पर नजर रख रहे थे, जैसे ही ये LoC क्रॉस कर माइन फील्ड्स के पास पहुंचे, माइन्स एक्टिवेट हो गईं।

धमाके में 2 आतंकवादियों की मौके पर मौत हो गर्ई। एक आतंकवादी घायल तो हुआ, लेकिन खराब मौसम का फायदा उठाकर भाग गया। मारे गए आतंकियों की बॉडी अगले दिन बरामद हुई। अभी यहां सर्च ऑपरेशन जारी है, लेकिन इस इलाके में लैंड माइन्स बिछी हैं इसलिए इसे सावधानी से अंजाम दिया जा रहा है।

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