जेल में ओट्स-ब्रेड ही खाती है, करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली ठग हसीना की पढ़े पूरी कहानी

 

इंदौर की जिला जेल एक हाईप्रोफाइल महिला कैदी को लेकर चर्चा में है। पिछले हफ्ते ही इस महिला कैदी पायल सैमुअल उर्फ हसीना के पास से मोबाइल फोन मिला था। हसीना ये मोबाइल सैनिटरी पैड में छिपाकर रखती थी। जेल की महिला अफसर के औचक निरीक्षण में इस बात का खुलासा हुआ। ये मोबाइल उसे एक प्रहरी ने लाकर दिया था। जेल की इस प्रहरी को पिता की मौत के बाद 7 माह पहले ही अनुकंपा नियुक्ति मिली है। हसीना ने इसे फर्राटेदार अंग्रेजी से और रुपयों का लालच देकर झांसे में लिया था। पढ़िए इस ठग हसीना की कहानी…

पहले जानिए महिला कैदी के जेल में ठाठ-बाट

इंदौर जिला जेल में आने से पहले उसने अधिकारियों से कहा था कि उसे बोतल बंद पानी दिया जाए। इसके बाद बीमारी का बहाना बताकर ओट्स और दूध की डिमांड की गई। हसीना जेल में ओट्स-ब्रेड ही खाती है। बहुचर्चित भय्यू महाराज सुसाइड केस में बंद पलक से भी भिड़ चुकी है। बता दें कि दिल्ली की तिहाड़ जेल से हसीना को जमानत मिल गई थी, लेकिन पलासिया पुलिस ने उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया। पहले उसे प्रोडक्शन वारंट पर इंदौर लाया गया।

अमीर बनने के लालच में बनी ठग

  • मार्च 2018 में हसीना ने मल्टीनेशनल कंपनी की मालकिन बनकर भोपाल के टीटी नगर से मोबाइल कारोबारी धीरज जैन से करीब 50 लाख रुपए के मोबाइल खरीदे। 29 लाख रुपए पेमेंट किए। 21 लाख का फर्जी चेक देकर ठगी की।
  • मार्च 2018 में अजय अग्रवाल की विजय मार्केट बीएचईएल भोपाल में संचालित ज्वेलरी की दुकान पर ठगी की। हसीना ने खुद को मुंबई की एक मल्टीनेशनल कंपनी सनशाइन इवेंट सीईओ बताकर 10-10 ग्राम के 50 सोने के सिक्के का ऑर्डर दिया। 14 सिक्के लेकर चंपत हो गई। यहां जाली चेक दिया।
  • अगस्त 2018 में लाजपत नगर दिल्ली में टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी के संचालक रवि पटेल से लंदन के अंग्रेजी न्यूज चैनल की वाइस प्रेसिडेंट बनकर 30 लाख रुपए ठगे। हसीना ने उन्हें लंदन से जुड़ी एक कंपनी में 50 करोड़ रुपए का ठेका दिलाने का झांसा दिया था।
  • सतना में प्रिज्म सीमेंट कम्पनी के अफसरों से लेडी लाइजनर हसीना ने जालसाजी की थी। जालसाजी की शिकायत सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से की गई थी। यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है।

B.tech. की पढ़ाई बीच में ही छोड़ी
हसीना मूलत: मंडीदीप, रायसेन की रहने वाली है। उसने B.tech. के लिए मौलाना आजाद कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, भोपाल में दाखिला लिया, मगर अंतिम वर्ष में पढ़ाई छोड़ दी थी। उसने वर्ष 2007 से लेकर 2012 तक कुछ मीडिया हाउस में नौकरी की थी। अमीर बनने के लिए उसने ठगी करना शुरू कर दिया था। उसने भोपाल के व्यवसायी से ऑयल केन्स खरीदी थीं और चेक दिया था। चेक बाउंस हो गया। इस मामले में गिरफ्तार भी हुई। तीन महीने जेल में रही। इसी बीच हसीना की शादी NRI से शादी हो गई। वह अपने पति के साथ विदेश जाकर बस गई थी। उसका बेटा अभी कॉलेज में है। पिता भेल से सीनियर पद से रिटायर हैं और मां भोपाल में लैब टेक्नीशियन थी।

मुंबई में गुजारती थी ज्यादा समय
वारदात के बाद जैसे ही पुलिस हसीना की तलाश शुरू करती वह शहर को छोड़कर लापता हो जाती थी। वह अपना अधिकतर वक्त मुंबई में गुजारती थी। उसने जालसाजी की अधिकतर रकम ऐशो-आराम में खर्च की है। हसीना की काली करतूतों की साजिश भोपाल के रॉयल हाउस एमपी नगर स्थित एक कथित पत्रकार के कार्यालय में बनाई जाती थी। कथित पत्रकार के मोबाइल फोन की पुलिस जांच कर रही है।

दिल्ली पुलिस को बताया ’50’ लकी नंबर
हसीना 50 नंबर को लकी मानती है। उसने देशभर में जितनी भी जालसाजी की वारदात को अंजाम दिया, डील में 50 जरूर आया है। 50 लाख, 50 सामग्री, 50 करोड़ उसकी डील में जरूर होते हैं। उसने दिल्ली क्राइम ब्रांच की पूछताछ में 50 को लकी बताया था। इधर, उसके वकीलों ने कोर्ट में बीमार बताया और डॉक्टरों से ओट्स, बोतल बंद पानी और दूध मांगा। डॉक्टरों की सलाह पर उसे यह सामान दिया गया। अब जांच में वकील ओर डॉक्टर भी संदेह के घेरे में हैं।

डेढ़ साल में 7 कारोबारियों से करोड़ों की ठगी
हसीना ने डेढ़ साल में भोपाल, इंदौर, मुंबई, दिल्ली, गुड़गांव, जबलपुर समेत अन्य महानगरों के 7 कारोबारियों से सिलसिलेवार ठगी को अंजाम दिया। वह खुद को कारोबारियों से मल्टीनेशनल कंपनी, विदेश न्यूज चैनल की सीईओ बताकर ठगी करती रही। उसके कारनामों पर 2018 में दिल्ली पुलिस ने लगाम लगा दी थी। फरवरी 2019 में टीटी नगर भोपाल पुलिस तिहाड़ जेल दिल्ली से उसे प्रोडक्शन वारंट पर भोपाल लेकर आई। पूछताछ में उसने करीब दो करोड़ रुपए की ठगी करना कबूला था। भोपाल के गोविंदपुरा और टीटी नगर थाने में उसके खिलाफ जालसाजी के दो केस दर्ज हैं।
इंदौर जेल में ऐसे आई पकड़ में
जेल की महिला अफसर ने औचक निरीक्षण में बाथरूम से आवाज आने पर संदेह में लिया। जहां जांच में उसके कपड़ों में मोबाइल मिल गया। जिसे वह सैनिटरी पैड में छिपाकर रखती थी। हसीना यहां से कॉल कर रही थी। जांच में यह भी सामने आया कि जेल प्रहरी रुबीना के खाते में हसीना सीधे रुपए ट्रांसफर करवा रही थी।
गृहमंत्री ने कहा- केस से जुड़े हर व्यक्ति की जांच करें
हसीना के पास मिले मोबाइल केस की जांच कर रही सेंट्रल जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को पूरे मामले की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि मोबाइल कांड से जुड़े हर व्यक्ति को जांच के दायरे में लेने के निर्देश दिए हैं। जेल प्रहरी रुबीना को सस्पेंड करने के साथ विभागीय जांच भी शुरू की गई है। बुधवार को रुबीना के बयान के लिए जेल भी बुलाया गया था।
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