रग्घूपुर पानी टंकी की लाखों की सम्पत्ति चोरी

खागा/फतेहपुर। निष्क्रांति सम्पत्ति का मामला हो या अन्य सरकारी सम्पत्ति का, जिला प्रशासन इनकी ही सुरक्षा नहीं कर पा रहा तो आम जनता की रखवाली कैसे कर पाएगा? यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है। एक-एक करके सरकारी सम्पतियों की लूट होती जा रही है। ताजा मामला विजयीपुर विकास खंड की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत गढ़ा की पेयजल समूह योजना के तहत कांग्रेस शासन काल में निर्मित पानी टंकी का सामने आया है। इसकी चहार दीवारी सहित आवासों की ईंटे, जंगला, दरवाजा तथा पाइप उखाड़ लिए गये। जीर्णशीर्ण दो कोठरियों में कंडा लकड़ी भरके कब्जा कर लिया गया। आश्चर्य यह है कि सीएम पोर्टल पर शिकायत करने के पखवारे भर बाद भी जॉच शुरू नहीं हो सकी। गढ़ा और उसके करीब चार दर्जन मजरों में पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से करीब पैतीस साल पहले रग्घूपुर में पेयजल समूह योजना के तहत पानी टंकी का निर्माण तत्कालीन सांसद हरीकृष्ण शास्त्री एवं तत्कालीन विधायक इन्द्रजीत कोरी के प्रयासों से कराया गया था। पालीवार संचालन करने के लिए आपरेटर नियुक्त थे। एक बड़े क्षेत्रफल में सुरक्षा की दृष्टि से चहार दीवारी उठाने के साथ-साथ निवास करने हेतु आवासों का निर्माणा कराया गया। करीब दो साल पहले जल निगम ने सर्वेक्षण करके इस पानी टंकी को निस्प्रयोज्य घोषित करते हुए संचालन रोक दिया। इस पानी टंकी से चन्दापुर, दसईपुर, चितनपुर, बरहा, अर्जुनपुर, अवधूतपुर, नरौली, हरदासपुर, बरियाखे, टिकुरा, हलवा करीब 50 मजरों में पेयजल आपूर्ति हेतु बिछायी गई पाइप लाइने भी निष्प्रयोज्य हो चुकी है। गांव के लोगों ने बताया कि एक बड़े क्षेत्र फल फैली इस ग्राम सभा गढ़ा और उसके सभी मजरों में पेयजल की भारी किल्लत उत्पन्न हो गई है। कई मजरों में हैंडपम्प भी काम नही कर पा रहे हैं। ऑपरेटरो के चले जाने के बाद टंकी के समीप रहने वाले यादव परिवारों ने टंकी की सम्पत्ति में अपनी निगाह गड़ा दी। इन परिवारों ने दो साल के भीतर चहार दीवारी की सारी ईंटे खोद ली। इसके बाद आवासों के जंगला, खिड़की, टीन सेड व पाइपों को उखाड लिया और आवासों की ईंटे भी खोदनी शुरू कर दी। जीर्णशीर्ण करने के उपरान्त उनमें लकड़ी कन्डा एवं भूसा भरकर अपने कब्जे में कर लिया। यहा तक कि टंकी परिसर में भैस बकरी बांधने लगे। गांव के ही जागरूक कार्यकर्ता प्रेमपाल पुत्र राजाराम तथा हरीशंकर पुत्र भईयालाल ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर 27 अगस्त को शिकायत संख्या 40017222018030 भेेजी जिसकी जॉच थानाध्यक्ष किशनपुर को सौंपी गयी। शिकायत किए लगभग पखवारा बीतने को है, मगर थाना पुलिस की ओर से अब तक कोई जॉच शुरू नहीं की गयी। शिकायत में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि फूलचन्द्र यादव, रामचन्द्र यादव पुत्र गोकुल प्रसाद, रन्नों देवी पत्नी इन्द्रपाल, दीपू पुत्र हरिश्चन्द्र तथा शिवानी पत्नी शिवचन्द्र ने करीब 30 लाख रूपये की सम्पत्ति की चोरी की है और आवासों को नष्ट कर दिया है।

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