उज्जैन में पोहा फैक्ट्री में आग लगने से तीन महिलाएं जिंदा जल गईं। हादसा शुक्रवार शाम नागझिरी थाना क्षेत्र में उद्योगपुरी स्थित फैक्ट्री में हुआ। घटना के वक्त महिलाएं काम कर रही थीं। वहीं, अन्य महिला भी झुलसी है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। घटनास्थल पर पुलिस और प्रशासन के अफसर पहुंचे हैं।
नागझिरी क्षेत्र की उद्योगपुरी में संचालित पोहा फैक्टरी बिंदल प्रोसेस में शाम 5:30 बजे उस समय अफरा तफरी मच गई जब वंहा रखे रॉ मटेरियल में अचानक आग लग गई। आग की सूचना पर तीन दमकल वाहन मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया गया। फायर कर्मी अंदर पहुंचे तो एक के बाद एक तीन महिला मजदूर की लाशें मिलीं। मृतकों में दुर्गाबाई पति राधेश्याम उम्र 45 साल निवासी बोरखेड़ी आगर मालवा, ज्योति पति पप्पू उम्र 25 साल निवासी नागझिरी, क्षमा बाई पति प्रभु लाल मालवीय उम्र 45 साल निवासी नेहरू नगर नागझिरी के रूप में पहचान हो पाई है। वहीं सीमा नाम की महिला को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया है।
लाश को पहचान पाना भी मुश्किल
आग से तीनो लाशें इस तरह जल चुकी थी की उन्हें पहचान पाना भी मुश्किल हो रहा था। आग कैसे लगी ये साफ नहीं हो पाया है। लेकिन फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में पोहा बनाने का रॉ मटेरियल रखा था।
करंट से या जलने से मौत
घटनास्थल को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है की आग इतनी भीषण नहीं रही होगी की तीन लोगों की मौत हो जाए। संभवतः तीनों की मौत करंट लगने से हुई है जिसके कारण वहां रखे रॉ मटेरियल ने आग पकड़ ली। हालांकि उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने इंड्रस्ट्री सेफ्टी और फायर सेफ्टी के अधिकारियों को 3 दिन में जांच रिपोर्ट पेश करने का कहा है। इसके बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।
बिंदल प्रोसेस के नाम से संचालित फैक्ट्री में पोहे बनाने का काम होता था। करीब 25 वर्षो से अधिक समय से फैक्ट्री संचालित हो रही थी। फैक्ट्री के मालिक राकेश बिंदल ने घटना को लेकर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। घटना स्थल पर पहुंचे एसएसपी सत्येंद्र शुक्ल ने बताया की किन परिस्थियों में घटना हुई, सुरक्षा मानक था या नहीं , इसको लेकर एफएसएल टीम को जांच करने के आदेश दिए जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके बाद कार्यवाही की जाएगी। संभवतः शार्ट सर्किट से आग लगी है।