नए अविष्कारों और तकनीक में चीन ने एक नया कमाल कर दिखाया है. हाल ही में चीन ने एक ऐसी कार का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है, जो सड़क पर हवा में तैर सकती है. बताया जा रहा है कि, यह कार चुंबकीय तकनीक (मैग्लेव) पर आधारित है, जो भविष्य में आने वाली फ्लाइंग कारों की तरफ एक बड़ा कदम हो सकता है. यूं तो यह अपने आप में एक अनोखी पहल है.
बताया जा रहा है कि, चीन में यह टेस्ट 2,800 किलोग्राम वजनी कार पर किया है, जो अपने टायरों पर चलने के बजाय एक चुंबकीय क्षेत्र के माध्यम से सड़क की सतह से 35 मिलीमीटर ऊपर हवा में तैरती है. बता दें कि, चीन में मैग्लेव तकनीक पर बनी इस कार का परीक्षण चेंगदू के जियाओतोंग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने किया है.
चीनी राज्य समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सिचुआन प्रांत के चेंगदू में दक्षिण-पश्चिम जियाओतोंग विश्वविद्यालय के चीनी शोधकर्ताओं ने पिछले हफ्ते संशोधित यात्री कारों के लिए सड़क परीक्षण किया, जो कंडक्टर रेल से 35 मिलीमीटर ऊपर तैरने के लिए मैग्नेट का उपयोग करती हैं.
चीन में किए गए इस टेस्ट में यह मैग्लेव कार 230 किलोमाीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार पकड़ने में कामयाब रही. यह स्पीड चीन में राष्ट्रीय राजमार्गों की गति सीमा के दोगुने से भी अधिक है. सिन्हुआ के अनुसार, सरकारी परिवहन अधिकारियों ने हाई-स्पीड ड्राइविंग सुरक्षा उपायों पर शोध किए हैं. हालांकि, वाहनों के विकास पर काम करने वाले विश्वविद्यालय के प्रोफेसर देंग ज़िगांग के अनुसार, यात्री कारों के लिए चुंबकीय उत्तोलन को अपनाने से ऊर्जा की खपत को कम किया जा सकता है.
ज्ञात हो कि, शंघाई ट्रांसरैपिड दुनिया के सबसे पुराने कमर्शियल मैग्लेव ट्रेन सिस्टम में से एक है, जो अभी भी संचालन में है. वर्तमान में यह 431 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के साथ दुनिया की सबसे तेज इलेक्ट्रिक ट्रेन कही जाती है. हालांकि, चीन में एक 600 किलोमीटर प्रति घंटे की हाई-स्पीड ट्रेन का भी अनावरण हो गया है.