जिलाध्यक्ष को महिला इकाई भंग करने का नहीं अधिकार: प्रीति – दो दिन पूर्व भाकियू जिलाध्यक्ष ने महिला जिलाध्यक्ष को किया था निष्कासित – निष्कासन के बाद कार्यकारणी संग बैठक कर जिलाध्यक्ष प्रीति सिंह ने दिखाई ताकत

फतेहपुर। भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति से निष्कासित किये जाने के बाद निवर्तमान जिलाध्यक्ष प्रीति सिंह ने बैठक कर जिलाध्यक्ष पर मनमाने व अलोकतांत्रिक निर्णय करने का आरोप लगाते हुए खुद के निष्कासन को अवैध व उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर बताया। उन्होने महिला जिलाध्यक्ष पद की गई नई नियुक्ति को अवैध बताते हुए खुद को शीर्ष नेतृत्व का भरोसेमंद बताया।
रविवार को भाकियू लोकशक्ति की बैठक हरिहरगंज स्थित एक लाज में सम्पन्न हुई। जिसमें निवर्तमान जिलाध्यक्ष प्रीति सिंह का महिलाओं ने फूल-मालाओं से स्वागत किया। इस दौरान निवर्तमान जिलाध्यक्ष प्रीति सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि जिलाध्यक्ष प्रेम सिंह पटेल के पास महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष को निष्कासित करने का कोई अधिकार नहीं है। उनका निष्कासन पूरी तरह अवैध है। उन्हें संगठन के शीर्ष नेतृत्व के द्वारा नियुक्ति दी गयी थी सत्य निष्ठा के साथ अपनी पूरी ऊर्जा के साथ संगठन के कार्य करने में लगी हुई है। उन्होने जिलाध्यक्ष प्रेम सिंह पटेल पर संगठन की आड़ में अन्य कार्यों में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए बताया कि विरोध करने की वजह से उनका निष्कासन किया गया। उन्होने बताया कि महिला मोर्चा के पदाधिकारी व अन्य सदस्यों का समर्थन उन्हें प्राप्त है। बताया कि आलाकमान को स्थिति से अवगत करा दिया गया है। शीर्ष नेतृत्व ने महिला इकाई पर की गई नई नियुक्त पर जिलाध्यक्ष से जवाब मांगा है। बताया कि वह अभी भी महिला इकाई की जिलाध्यक्ष पद पर आसीन है। इस मौके पर पूनम तिवारी, अर्चना सिंह, सुनैना राम किशोर, संध्या सिंह, रेखा शर्मा, विजय सिंह, खुशी सिंह, अंजली सिंह, बबली सिंह, अनीता, शुभि, ज्योति, सविता राठौर, साधना, गीता देवी, प्रेमा देवी, रीता देवी समेत बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रही।

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