गौशालाओं के समुचित संचालन हेतु टास्क फोर्स की निरंतर करंे बैठक: डीएम – व्यवस्थाओं को रखा जाए चुस्त-दुरूस्त, अतिरिक्त शेड का कराएं निर्माण – लंबी वायरस से ग्रसित गोवंश को अलग शेड मंे रखने की करें व्यवस्था
फतेहपुर। कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में गौशालाओं में मूलभूत सुविधाओं के संबंध में एक आवश्यक बैठक जिलाधिकारी श्रुति की अध्यक्षता में आयोजित हुई। डीएम ने कहा कि शासन की मंशानुरूप गौशालाओं में सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखा जाए। खंड विकास अधिकारी गौशालाओं की निरंतर निगरानी करें। पानी, भूसा, दाना, हरा चारा आदि की व्यवस्थाओं की उपलब्धता एडवांस में रखी जाए। गौशाला को जलभराव एवं कीचड़ से मुक्त रखने हेतु खड़ंजा/पड़ंजा लगवाने एवं गौवंशो को वर्षा, धूप एवं ठंड से बचाने हेतु अतिरिक्त शेड निर्माण के निर्देश खंड विकास अधिकारियों को दिये।
डीएम ने कहा कि तहसील व ब्लॉक स्तर पर टास्क फोर्स की बैठक निरंतर करें। दूसरे पशुओं को नुकसान पहुंचाने वाले पशुओं को अलग रखा जाए। हर माह गौशालाओं को पेमेंट की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। लंपी स्किन बीमारी को दृष्टिगत रखते हुए टीकाकरण कराया जाए। जिस भी गौवंश में लंपी बीमारी के लक्षण दिखे तो उस गौवंश को अलग कर आइसोलेटेड किया जाए। बीमारी से बचाव/लक्षण आदि को पम्पलेट, पोस्टर के माध्यम से पशुपालकों को जागरूक किया जाए। गौशालाओं में कार्य कराने हेतु तत्काल आईडी जनरेट करा लें और कार्य प्रारंभ कराएं। प्रत्येक गौशाला में कम से कम चार शेड बनाये जाएं। तहसील/जिला स्तर पर कंट्रोल रूम की स्थापना की जाए और उसका व्यापक प्रचार प्रसार भी कराएं। उन्होंने कहा कि जिन पशु पालकों के पशुओं का टीकाकरण हो गया है उनके घरों में सही का निशान लगाएं। उन्होंने सभी अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि छोटी छोटी चींजों को नजरंदाज न करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, अपर निदेशक ग्रेड-1 पशुपालन निदेशालय तरुण तिवारी, जिला विकास अधिकारी/परियोजना निदेशक डीआरडीए एमपी चौबे, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी हरिशंकर वर्मा, समस्त खंड विकास अधिकारी, समस्त प्रभारी पशु चिकित्सा अधिकारी सहित संबंधित उपस्थित रहे।