बापू व शास्त्री जयंती मना अहिंसा के मार्ग पर चलने की दिलाई शपथ – प्रभारी डीएम ने कलेक्ट्रेट पर ध्वजारोहण कर महापुरूषों की प्रतिमाओं पर किया माल्यार्पण
फतेहपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती जिले भर में हर्षोल्लास के बीच मनाई गई। प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल ने कलेक्ट्रेट में ध्वजारोहण कर सत्य अहिंसा की शपथ दिलाई। इसके उपरांत गांधी मैदान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, अंबेडकर पार्क स्थित बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर, महात्मा बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में भी महात्मा गांधी एवं स्व. लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित किए।
प्रभारी जिलाधिकारी ने कहा कि कलेक्ट्रेट सभागार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के नाम पर रखा गया है। गांधी जी के विचारों व दर्शनशास्त्र के अध्ययन करने के उपरांत जीवन यापन/सेवाभाव करने के मार्गदर्शन प्राप्त होते है। गांधी जी के सत्य, अहिंसा के दो बिन्दु रहे जिसके बल पर ब्रिटिश हुकूमत को देश छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया। ऐसे शब्दों का प्रयोग समाज के हर वर्ग को अपनाना चाहिए। जिससे समाज व देश प्रदेश के विकास में चार चांद लग सकते है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि मैं देश का सेवक हूँ, ऐसी भावना के साथ हम सब लोगों का कर्तव्य है कि जहाँ पर जो तैनात है संवेदनशीलता, कर्मठता के साथ अपने दायित्यों का सही समय से कार्य करें। यही सबसे बड़ी देश की सेवा होगी और महापुरुषों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। विषम परिस्थितियों में भी शान्त रहकर सत्य/असत्य का अंतर समझकर कार्य सेवाभाव से अक्षुण्य रखें। उन्होंने गांधी जी व शास्त्री की जयंती पर शुभकामनाएं दी। अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) विनय कुमार पाठक ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ईश्वर तुल्य हैं। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश सेवा में समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि नौकरी को देश सेवा समझकर किया जाय व अपने कार्य क्षेत्रो में समयबद्धता के साथ रुचि लेकर लोगो का कार्य सम्पन्न करें। अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि गांधी जी व लाल बहादुर शास्त्री जी देश की धरोहर है, इनके जीवन व किये कार्याे को पढ़े और अपनाएं। एकाएक ही बिना बाधा के चलते रहे, कठिनाईयों का सामना करते रहे। हमे अपने संविधान के दायरे में रहकर कार्य को करें। तभी हमारी महापुरुषों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जिला शासकीय अधिवक्ता शत्रुघन सिंह ने कहा कि दो ऐसे व्यक्ति देश मे पैदा हुए जो विश्व में नाम कमाएं। पूरा जीवन आंदोलन करते हुए समाप्त हुआ और भारत छोड़ो आंदोलन, नमक आंदोलन ऐसे कई आंदोलन चलाकर देश को आजाद कराया। लाल बहादुर शास्त्री ने 1965 में पाकिस्तान के मंसूबो पर पानी फेरते हुए पराजित किया और जय जवान जय किसान का नारा देकर देश सुदृण किया। जब तक सूरज चांद रहेगा तब तक दोनों महापुरुषों का नाम आता रहेगा। इस अवसर पर अपर उप जिलाधिकारी प्रभाकर त्रिपाठी, अजेन्द्र सिंह, एसओसी चकबंदी, वरिष्ठ नागरिक रामखेलावन सत्यार्थी आदि ने भी महात्मा गांधी जी व लाल बहादुर शास्त्री जी के व्यक्तित्व, कृतित्व व दर्शनशास्त्र पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन मुख्य राजस्व लेखाकार सरफराज हुसैन ने किया।